Assembly Election: विस्थापित कश्मीरी वोटर्स के लिए सरकार ने बनाया हेल्पडेस्क, स्पेशल पोलिंग बूथ पर दे सकेंगे वोट 

Assembly Election: विस्थापित कश्मीरी वोटर्स के लिए सरकार ने बनाया हेल्पडेस्क, स्पेशल पोलिंग बूथ पर दे सकेंगे वोट 

चुनाव आयोग ने जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में विस्थापित मतदाताओं के लिए 24 विशेष मतदान केंद्र और डाक मतपत्र योजना स्थापित की है. आयोग ने 22 अगस्त को एक अधिसूचना जारी की थी जिसमें कश्मीरी प्रवासियों के लिए मतदान विकल्पों की जानकारी दी गई है. इसमें विशेष मतदान केंद्रों पर व्यक्तिगत तौर पर मतदान और डाक मतपत्र दोनों शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उधमपुर, दिल्ली और जम्मू में विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Aug 30, 2024,
  • Updated Aug 30, 2024, 8:35 PM IST

जम्‍मू कश्‍मीर में विधानसभा चुनावों का आगाज होने में अब बस कुछ ही दिन रहे गए हैं. 18 सितंबर को चुनावों के पहले चरण के लिए मतदान होगा. इससे पहले कई तरह की तैयारियों को पूरा किया जा रहा है. इनमें से ही एक है विस्‍थापित कश्‍मीरी समुदाय के लिए वोटिंग की व्‍यवस्‍था करना. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच यहां के राहत एवं पुनर्वास विभाग ने देश भर में रहने वाले विस्थापित कश्मीरी समुदाय के योग्‍य मतदाताओं की मदद के लिए एक हेल्‍पडेस्‍क की शुरुआत की है. 

कहां-कहां पर हैं हेल्‍पडेस्‍क 

इस पहल का मकसद विशेष मतदान केंद्रों पर और डाक मतपत्रों के जरिये सही तरीके से मतदान सुनिश्चित करना है. अधिकारियों ने कहा है कि विभाग ने कश्मीरी प्रवासियों के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के प्रयासों को तेज कर दिया है. इसके तहत चुनाव आयोग ने जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में विस्थापित मतदाताओं के लिए 24 विशेष मतदान केंद्र और डाक मतपत्र योजना स्थापित की है. रिलीफ एंड रिहैबिलिटेशन कमिश्‍नर अरविंद करवानी के हवाले से न्‍यूज एजेंसी पीटीआई ने लिखा है, 'हमारे ऑफिस और कई क्षेत्रों में एक हेल्पडेस्क बनाई गई है. बिना रुकावट प्रवासी मतदान की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कई कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है.' 

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मतदान केंद्र पर सभी व्‍यवस्‍थाएं 

करवानी ने कहा कि हेल्पडेस्क की तरफ से विधानसभा चुनावों से पहले प्रवासियों के सामने आने वाली समस्याओं का सक्रिय रूप से समाधान किया जा रहा है ताकि उन्‍हें वोटिंग में आसानी हो.  उन्‍होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये से व्यक्तिगत तौर पर मतदान करने वाले कश्मीरी प्रवासी मतदाताओं को 24 मतदान केंद्रों तक पहुंच मिलेगी, जिनमें जम्मू में 19, उधमपुर में 1 और दिल्ली में 4 मतदान केंद्र शामिल हैं. करवानी हेल्पडेस्क के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम को मैनेज कर रहे हैं. उन्‍होंने भरोसा दिलाया है कि भारत के चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही मतदान केंद्रों पर सभी जरूरी  व्यवस्थाएं की गई हैं. 

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18 सितंबर से चुनावों का आगाज 

चुनाव आयोग ने 22 अगस्त को एक अधिसूचना जारी की थी जिसमें कश्मीरी प्रवासियों के लिए मतदान विकल्पों की जानकारी दी गई है. इसमें विशेष मतदान केंद्रों पर व्यक्तिगत तौर पर मतदान और डाक मतपत्र दोनों शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उधमपुर, दिल्ली और जम्मू में विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं. वैकल्पिक तौर पर कश्मीरी प्रवासी डाक मतपत्र का विकल्प चुन सकते हैं. करवानी के मुताबिक अपेडेटेड वोटर लिस्‍ट जिसमें जम्मू और उधमपुर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रवासी मतदाताओं की जानकारी है, को उनसे जुड़े खास मतदान केंद्रों में मैप किया गया है. जल्द ही इसे पब्लिश कर दिया जाएगा. जम्मू और कश्मीर के 90 विधानसभा क्षेत्रों में 18 सितंबर से शुरू होने वाले तीन चरणों में मतदान होना है, जिसकी मतगणना 4 अक्टूबर को होगी.


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