नौकरी में मन नहीं लग रहा है या फिर रिटायर होने के बाद गांव जाने का प्लान बना रहे हैं, या फिर घर में रहकर कोई बिजनेस प्लान कर रहे हैं तो पशुपालन से जुड़े बिजनेस कर सकते हैं. पिछले कुछ सालों से देश में डेयरी बिजनेस खूब फल-फूल रहा है. अगर आप भी डेयरी फार्मिंग करने की सोच रहे हैं तो भैंस पालकर शुरुआत कर सकते हैं. पहली बार डेयरी फार्मिंग करने वाले लोग पशु खरीदते समय जरूरी बातें जान लीजिए.
गाय-भैंस खरीदने से पहले बारीकियां समझ लेनी चाहिए खासतौर पर तब जब आप पहली बार पशुपालन से जुड़े कारोबार में हाथ आजमा रहे हैं. इस खबर में आपको उन तमाम बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भैंस खरीदते समय जानना जरूरी है.
भैंस पालन करने वाले लोग लोगों को पशु की उम्र और बेहतर नस्ल के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. डेयरी फार्मिंग के लिए मुर्रा, सूरती और जाफराबादी जैसी नस्लें अच्छी मानी जाती हैं. वहीं उम्र की बात करें तो दूसरी ब्यांत की भैंस खरीदना सबसे अच्छा माना जाता है. आप तीसरी ब्यांत वाली भैंस भी खरीद सकते हैं लेकिन उससे अधिक ब्यांत वाली भैंस ना खरीदें.
कुछ पशु ऐसे होते हैं जो दूध दुहते हुए लात मारते हैं. कुछ भैंसें भी ऐसी हो सकती हैं जो हर किसी को दुहने नहीं देती हैं इसलिए जब भी भैंस खरीदें तो खुद दुहकर देखें, अगर शांति पूर्वक दूध दे रही है तो ही खरीदें. वहीं स्वास्थ्य की जांच करने के लिए भैंस को चारा डालकर देखें अगर जुगाली कर रही हैं. तो समझ लीजिए कि उसका स्वास्थ्य बेहतर है.
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स्वास्थ्य, स्वभाव, उम्र और नस्ल की जांच करने के बाद भैंस को अच्छी तरह देखें अगर कोई चोट या घाव है तो भी ना खरीदें इसकी वजह से पशुओं में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. भैंस खरीदने के बाद नियमित साफ-सफाई करें और पशु चिकित्सकों के संपर्क में रहें और जरूरी टीकाकरण कराएं. इन तमाम बातों का ध्यान नहीं रखा तो नुकसान देखने को मिल सकता है.