ठंड के मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरु कर दिया है. सुबह देर से सूरज दिख रहा है और शाम को जल्दी छिप जा रहा है. जिसके चलते कड़ाके की ठंड ने एहसास कराना शुरू कर दिया है. गलन का भी एहसास होने लगा है. ये मौसम सिर्फ इंसान ही नहीं पशुओं को भी परेशान करने वाला होता है. और मौसम कोई भी हो, लेकिन जैसे ही पशु परेशानी में आता है तो सबसे पहले उसका उत्पादन घटता है. और इस सब के चलते पशुपालकों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ता है. पहला नुकसान उत्पादन घटने पर होता है और दूसरा दूध कम होने पर भी पशु को खुराक पूरी चाहिए होती है.
कई बार तो ठंड के चलते बीमार होने पर पशुओं के इलाज पर भी खर्चा करना पड़ता है. इसीलिए एनिमल एक्सपर्ट ठंड और कोहरे के मौसम में पशुओं की ठीक से देखभाल करने के साथ ही उनके खानपान तक में बदलाव करने की सलाह देते हैं. पीने का पानी भी गर्म पिलाने को कहा जाता है. वहीं पशुओं का घुमाने-फिराने का वक्त भी तय कर दिया जाता है.
सर्दियों के लिए एक्सपर्ट ने बताई ये खुराक
- पशुओं को दी जाने वाली खुराक में सरसों का तेल शामिल कर लें.
- सरसों का तेल पशु को दी जानी वाली खुराक का दो फीसद देना चाहिए.
- पशु को हरा चारा और भरपूर मात्रा में सूखा चारा देना चाहिए.
- पशु के वजन के हिसाब से उसकी खुराक में दाने का वजन बढ़ा देना चाहिए.
- पशुओं को गुड़ का शीरा पांच से 10 फीसद तक दिया जा सकता है.
- शाम को दूध दुहाने के वक्त भी पशुओं को हरा चारा खाने में देना चाहिए.
- पशुओं के पीने का पानी गुनगुना या बोरवेल का ताजा होना चाहिए.
- पशुओं को ठंड के तनाव से बचाने के लिए 10 फीसद एडिशनल सप्लीमेंट दे सकते हैं.
- पशुओं को दिन में तीन से चार बार खुराक देनी चाहिए.
एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसा शेड बचाएगा ठंड से
- पशु के शेड को मोटे पर्दे से कवर करना चाहिए.
- शेड में गर्म हवा के लिए ब्लोअर और रेडिएटर का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- पशुओं की पीठ को खाली बोरी या कंबल से ढक देना चाहिए.
- पशु का बिस्तर रबर शीट का और सूखा होना चाहिए.
- पशु का बिस्तर मिट्टी या लकड़ी के बुरादे का भी है तो सूखा हो.
- पूरा शेड तीन तरफ से 5 फीट ऊंची दीवार से घिरा होना चाहिए.
- पशु शेड का निर्माण इलाके की जलवायु के हिसाब से कराया जाना चाहिए.
- पशुओं का शेड कम से कम स्वच्छ, सुविधाजनक, आरामदायक होना चाहिए.
- पशुओं को ज्यादा से ज्यादा खुली जगह में रखा जाए.
- खुली जगह होने से जब मन चाहे तब पशु आराम से घूम-फिर लेते हैं.
- खुली जगह में घूमने-फिरने से पशु के उत्पादन पर अच्छा असर पड़ता है.
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