सांड के वीर्य से एक ऐसी खुराक तैयार की जाती है, जिससे सिर्फ मादा ही पैदा होती है. अभी तक देश में ये काम विदेशी मशीनों की मदद से हो रहा था. इसे सेक्स-सॉर्टेड सीमेन भी कहते हैं. क्योंकि मशीनें विदेशी थीं तो एक खुराक के रेट भी ज्यादा थे. लेकिन अब नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड (NDDB) की मदद से इस खास मशीन को भारत में ही तैयार किया गया है. इस मशीन को 'गौसॉर्ट' नाम दिया गया है. इस मशीन की कीमत विदेशी मशीनों के मुकाबले तीन गुना तक कम बताई जा रही हैं.
शुरुआत में ऐसी ही 10 मशीन तमिलनाडु में लगाई जा रही हैं. यूपी-मध्य प्रदेश में भी इसी तरह की मशीनें लगाने का NDDB का प्लान है. 10 मशीनों से प्रोडक्शन शुरू होते ही तमिलनाडु एक साल में सेक्स-सॉर्टेड सीमेन की 10 लाख खुराक तैयार करेगा. अच्छी बात ये है कि मशीन लगने की तैयारी के दौरान ही पहला ऑर्डर भी मिल गया है.
ये भी पढ़ें- Halal: मीट ही नहीं दूध और खाने-पीने की दूसरी चीजों पर भी लागू होते हैं हलाल के नियम
NDDB के चैयरमेन डॉ. मीनेश शाह का कहना है कि तमिलनाडु के अलमादी में बड़ा वीर्ये स्टेशन है. यहां पर अलग-अलग नस्ल के करीब 300 बैल हैं. इसी स्टेशन पर सेक्स-सॉर्टेड सीमेन की खुराक तैयार करने वालीं 10 मशीनें लगाई जा रही हैं. अच्छी बात ये है कि हमे राजस्थान से दो लाख खुराक का ऑर्डर भी मिल गया है. अब यूपी, मध्य प्रदेश, पंजाब और गुजरात में भी 'गौसॉर्ट' मशीन लगाने की हमारी तैयारी चल रही है. यूपी के रायबरेली में हमारा एक बड़ा वीर्य स्टेशन है. यहीं पर सेक्स-सॉर्टेड सीमेन की खुराक तैयार की जाएंगी.
मीनेश शाह ने बताया कि अभी तक देश में दूसरे देशों की मशीनों से तैयार सेक्स-सॉर्टेड सीमेन की खुराक बेची जा रही है. इस एक खुराक की कीमत करीब 800 रुपये है. एक छोटे पशुपालक के लिए ये कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है. इसी को देखते हुए देश में ही ये मशीन तैयार की गई है. पशुपालकों को इसका बड़ा फायदा ये मिलेगा कि अब सेक्स-सॉर्टेड सीमेन की खुराक 800 रुपये की नहीं 535 रुपये की मिलेगी. गौरतलब रहे इस मशीन को NDDB की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनडीएस ने बेंगलुरु स्थित जीवा साइंसेज में तैयार किया गया है. बीते साल 25 अक्टूबर, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली गौसार्ट मशीन का उद्घाटन किया था.
ये भी पढ़ें- Poultry Egg: “पांच-छह साल में हम अंडा एक्सपोर्ट को दो सौ से तीन सौ करोड़ पर ले जाएंगे”