खासतौर पर अब बकरी पालन अब सिर्फ दूध और मीट के लिए ही नहीं रह गया है. नेचुरल और ऑर्गनिक फार्मिंग की चर्चा के बीच बकरी की मेंगनी भी खूब बिक रही है. मेंगनी खरीदने वाले छह-छह महीने का एडवासं तक दे रहे हैं. इसी तरह से बकरों की डिमांड भी खूब आ रही है. अच्छी खासी मशक्कात के बाद ही प्योर नस्ल के बकरे मिल पाते हैं. इसी के चलते बकरी पालन करने वालों के आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है. पहाड़ से लेकर मैदान तक खूब बकरी पालन किया जा रहा है. सरकार भी बकरी पालन को बढ़ावा दे रही है. आर्थिक मदद के साथ ही बकरी रिसर्च संस्थानों की ओर से तकनीकी जानकारी भी दी जा रही हैं.
केन्द्र सरकार का केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा मुनाफा बढ़ाने के लिए साइंटीफिक तरीके से बकरी पालन करने पर जोर देता है. गोट साइंटिस्ट बकरी के चारे से लेकर उसके रखरखाव के बारे में पशु पालकों को जानकारी दे रहे हैं. अगर आप भी गोट फार्मिंग के बारे में प्लान कर रहे हैं तो कम से कम आप 25 बकरियों से कर सकते हैं. बकरी पालन की शुरुआत में बकरी रखने के लिए शेड, बकरी-बकरे खरीदने और उनके चारे के लिए रकम की जरूरत होती है.
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मथुरा, यूपी में बकरी पालन कर रहे गोट एक्सपर्ट राशिद बताते हैं कि अगर आप 20 से 25 बकरे-बकरियों के साथ गोट फार्मिंग शुरू करने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको 20 स्वाकिअयर फीट लम्बे और 20 फीट चौड़े हॉल की जरूरत होगी. इस साइज के हॉल को तैयार कराने में आज के बाजार रेट के हिसाब से 100 से 150 रुपये स्वााइज यर फीट का खर्च आता है. इसके साथ ही बिजली के उपकरण और उनकी फिटिंग का खर्च अलग से हैं.
सीआईआरजी के प्रिंसीपल साइंटिस्ट डॉ. एके दीक्षित ने किसान तक को बताया कि शुरुआत तो कोई कितनी भी बकरियों से कर सकता है. कोई शुरुआती अनुभव लेने और नुकसान से बचने के लिए 10 बकरियों से भी शुरू कर सकता है. लेकिन 25 बकरियों का प्लान कुछ इस तरह से है कि 20 बकरियों के साथ ही पांच बकरे भी पाले जाएंगे. बकरियों के शेड के लिए कोई बहुत ज्यादा तैयारी करने की जरूरत नहीं है.
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20 बकरी और पांच बकरों के पालन पर तीन से 3.50 लाख रुपये तक की लागत आती है. इस बात का ख्याल रखें कि जहां बकरी रखी जाएंगी वो जगह जमीन से थोड़ी ऊंची हो. हर छह महीने पर उस जगह की मिट्टी को बदल दिया जाए. पुरानी मिट्टी खेत में डाल दी जाए और नई मिट्टी बकरियों के शेड में भर दी जाए. ऐसा करने से बकरियों को कई तरह की बीमारी से बचाया जा सकता है. अगर मुनाफे की बात करें तो एक साल में एक बकरी पर 5.5 हजार रुपये से लेकर छह हजार रुपये प्रति बकरी मुनाफा होगा.