Pregnant Animal Feed: बच्चा देने के बाद नहीं बढ़ रहा है भैंस का वजन तो करें ये खास काम, पढ़ें डिटेल 

Pregnant Animal Feed: बच्चा देने के बाद नहीं बढ़ रहा है भैंस का वजन तो करें ये खास काम, पढ़ें डिटेल 

Pregnant Animal Feed बच्चा होने के बाद गाय-भैंस में वजन घटने की सबसे बड़ी वजह भैंस को जरूरत के हिसाब से खुराक ना मिलना होता है. जब भैंस को उसके गर्भकाल के दौरान और उसके बाद जरूरत के हिसाब से हरा-सूखा चारा और मिनरल मिक्चर नहीं मिलता है तो उसका वजन घटने लगता है. 

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नासि‍र हुसैन
  • Delhi,
  • Nov 04, 2025,
  • Updated Nov 04, 2025, 12:47 PM IST

Pregnant Animal Feed अक्सर बच्चा देने के बाद गाय-भैंस का वजन कम हो जाता है. ऐसे में पशुपालकों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है. बच्चा होने के बाद पशुपालकों के सामने ये बड़ी चुनौती होती है कि कैसे भी गाय-भैंस का वजन बढ़ाया जाए. क्योंकि बच्चा देने के बाद ही गाय हो या भैंस दूध देना शुरू करती हैं. अब ऐसे में जब गाय-भैंस कमजोर होंगी, उनका वजन कम होगा तो न वो भरपूर दूध दे पाएंगी और न ही उनके दूध में फैट की ज्यादा मात्रा होगी. हालांकि बहुत सारे पशुपालक इसे बच्चा होने के बाद की कमजोरी से जोड़कर मान लेते हैं. 

उन्हें लगता है कि बच्चा होने के बाद कुछ दिन तक तो ऐसा होता ही है. लेकिन एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो इस तरह अनदेखी करने से भैंस में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि गाय-भैंस जब गाभिन होती है तो उसे जीवन निर्वाह खुराक के अलावा गर्भ में पल रहे बच्चे के हिसाब से भी खुराक दी जाती है. गर्भावस्था के दौरान गाय-भैंस की खुराक जितनी अच्छी होगी तो उसका गर्भकाल और आने वाला बच्चा उतना ही अच्छा होगा.

गाभि‍न गाय-भैंस को जरूर खि‍लाएं तीन तरह का राशन 

एनिमल फीड एक्सपर्ट डॉ. आईए खान का कहना है कि जो भैसें दूध नहीं देती, गाभिन नहीं है और बूढ़ी हो चली हैं उन्हें सिर्फ जीवन निर्वाह के लिए ही खुराक की जरूरत होती है. जबकि जिस भैंस ने पहली बार बच्चा दिया है या फिर गाभिन हो गर्इ है तो उसे सबसे ज्यादा चारे और मिनरल्स की जरूरत होती है. अगर ऐसी भैंसों को अच्छी खुराक नहीं दी जाए तो प्रजनन की सबसे ज्यादा परेशानी भी इन्हीं भैंसों में देखने को मिलती है. इसलिए जब भैंस गाभिन हो जाए तो तब से लेकर बच्चा देने के बाद तक भैंस को तीन तरह की खुराक खिलानी चाहिए. पहली जीवन निर्वाह के लिए, दूसरी उत्पादकता यानि बच्चा और दूध देने वाली भैंस के लिए और तीसरी खुराक है बढ़वार के लिए. 

बच्चा देने के बाद भैंस खुद से ही लेने लगती है खुराक

डॉ. खान ने बताया कि जब बच्चा देने के बाद भैंस को उसकी जरूरत के हिसाब से खुराक नहीं मिलती है तो वो उसकी पूर्ति अपने अंदर से ही करती है. और जब भैंस ऐसा करती है तो उसकी कमजोरी बढ़ती चली जाती है और वो बीमार भी पड़ जाती है. जैसे शुरुआत में जब खुराक नहीं मिलती है तो भैंस अपने अन्दर मौजूद भंडारित ऊर्जा के स्रोत वसा को लेने लगती है. और जब वो खत्म  हो जाता है तो अपने अंदर के प्रोटीन को इस्तेिमाल करने लगती है. यहां गौर करने लायक बात ये है कि भैंस को प्रजनन के लिए एनर्जी तभी मिलती है जब उसे ऊपर बताई गईं तीन तरह की खुराक दी जाए. इसके लिए ध्यान देने वाली बात ये है कि गाभिन भैंस को चारे की क्वालिटी और गर्भाधान के दिन के आधार पर आठवें महीने से एक से दो किलो तक दाना मिक्सचर जरूर खिलाया जाना चाहिए. साथ में हरा चारा भी खिलाते रहना चाहिए. अगर हरे चारे की कमी है तो 10 किलो हरे चारे की जगह पर एक किलो मिनरल मिक्चर बढ़ाया जा सकता है.  

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