Animal Care: सर्दियों के तीन महीने न घटे गाय-भैंस का दूध, अपनाएं एक्सपर्ट के ये 20 टिप्स 

Animal Care: सर्दियों के तीन महीने न घटे गाय-भैंस का दूध, अपनाएं एक्सपर्ट के ये 20 टिप्स 

Animal Care in Winter गाय हो या भैंस, उनकी सबसे ज्यादा खरीद-फरोख्त भी सर्दियों के मौसम में ही होती है. और अलर्ट रहने वाली बात ये है कि यही वो महीना है जब मौसम बदलने के साथ कई तरह की मौसमी बीमारियां भी पशुओं पर अटैक करती हैं. कई बार तो मौसमी बीमारियां पशुओं के लिए जानलेवा भी साबित हो जाती हैं. 

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नासि‍र हुसैन
  • Delhi,
  • Nov 07, 2025,
  • Updated Nov 07, 2025, 12:09 PM IST

Animal Care in Winter कहा तो ये जाता है कि गर्मियों और बरसात के मुकाबले गाय-भैंस सर्दियों के ठंडे मौसम में भरपूर दूध देती हैं. लेकिन डेयरी एक्सपर्ट की मानें तो ये बात 100 फीसद सच नहीं है. कुछ हद तक तो कहा जा सकता है कि सर्दियों के दौरान पशु खूब उत्पादन करते हैं. और ये भी पूरी तरह सच है कि अगर सर्दियों की शुरुआत में ही कुछ खास कदम उठाते हुए डेयरी एक्सपर्ट के बताए टिप्स का पालन किया जाए तो गाय-भैंस भरपूर दूध देंगी. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एनिमल शेड में कुछ बदलाव किए जाएं. साथ ही इस बात की पूरी कोशि‍श की जाए कि किसी भी हाल में पशु तनाव में न आए. 

क्योंकि दूध उत्पादन पर असर तभी पड़ता है जब पशु किसी न किसी वजह से तनाव में आता है. ये मौसम दूध देने और जुगाली करने वाले पशुओं के लिए कई तरह से खास होता है. इस मौसम के दो खास महीने अक्टूबर-नवंबर वो महीना है जब पशु बच्चा देने वाले होते हैं. क्योंकि मौसम को देखते हुए प्ला‍न के हिसाब से पशुओं को गाभिन कराया जाता है. जिन्हें गर्मी की शुरुआत में गाभिन कराया गया होता है तो वो पशु अब बच्चा देने वाले होते हैं. 

गाय-भैंस से ज्यादा दूध चाहिए तो ऐसे करें देखभाल 

  • अक्टूबर के आखि‍र और नवंबर की शुरुआत से सर्दी शुरू हो जाती है. 
  • मौसम बदलते ही पशुओं को सर्दी से बचाने का इंतजाम कर लें. 
  • सर्दी के मौसम में ज्यादातर भैंस हीट में आती हैं, ऐसा होते ही पशु को गाभिन कराएं. 
  • भैंस को मुर्राह नस्ल के नर से या नजदीकी केन्द्र पर कृत्रिम गर्भाधान कराएं. 
  • भैंस बच्चा देने के 60-70 दिन बाद दोबारा हीट में ना आए तो फौरन जांच कराएं. 
  • गाय-भैंस को जल्दी हीट में लाने के लिए मिनरल मिक्चर जरूर खिलाएं. 
  • पशुओं को बाहरी कीड़ों से बचाने के लिए समय-समय पर दवाई का छिड़काव कराएं. 
  • दुधारू पशुओं को थैनेला रोग से बचाने के लिए डाक्टर की सलाह लें. 
  • पशुओं को पेट के कीड़ों से बचाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर दवाई दें.
  • बरसीम का ज्यादा चारा लेने के लिए सरसों की चाइनीज कैबिज या जई मिलाकर बिजाई करें.
  • बरसीम के साथ राई मिलाकर बिजाई करने से चारे की पौष्टिकता और उपज दोनों ही बढ़ती हैं.
  • बरसीम की बिजाई नए खेत में कर रहे हैं तो पहले राइजोबियम कल्चर उपचारित जरूर कर लें.
  • जई का ज्यादा चारा लेने के लिए ओएस 6, ओएल 9 और कैन्ट की बिजाई अक्टूबर के बीच में कर दें. 
  • बछड़े को बैल बनाने के लिए छह महीने की उम्र पर उसे बधिया करा दें.

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