मेरठ में 1 सितंबर से मवेशियों की घर-घर होगी गिनती, पशुपालकों को मिलेगी ट्रेनिंग, जानें इसके फायदे

मेरठ में 1 सितंबर से मवेशियों की घर-घर होगी गिनती, पशुपालकों को मिलेगी ट्रेनिंग, जानें इसके फायदे

डॉ. शर्मा के मुताबिक, मेरठ जनपद में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 28 सुपरवाइजर एवं 212 गणनाकारों को पशुगणना के लिए चयनित किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में 593 गावों एवं शहरी क्षेत्र में 324 वार्डो में पशुगणना का कार्य किया जाएगा.

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पशुओं की जनगणना बहुत महत्वपूर्ण है. (फोटो-किसान तक)मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पशुओं की जनगणना बहुत महत्वपूर्ण है. (फोटो-किसान तक)
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • Aug 30, 2024,
  • Updated Aug 30, 2024, 6:36 PM IST

Meerut News: देश के ग्रामीण इलाकों में लोगों के लिए खेती-किसानी के बाद पशुपालन (Cattle Farming) ही सबसे अच्छा व्यवसाय का विकल्‍प माना जाता है. इसी क्रम में मेरठ जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी और कर्मचारी जल्द ही पशुओं की गिनती के लिए घर-घर पहुंचेंगे. इंडिया टुडे किसान तक से बातचीत में मेरठ के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि मवेशियों की गणना के लिए 1 सितंबर 2024 से शुरू होगी और इसे पूरा करने के लिए कुल चार महीने का समय निर्धारित किया गया है. 

सुपरवाइजर और गणनाकारों को दी गई ट्रेनिंग

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक 3000 घरों के लिए एक गणनाकार नियुक्त किया जाएगा, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह संख्या 4000 घरों के लिए होगी. गणनाकारों के कार्यों की निगरानी के लिए उनके ऊपर एक सुपरवाइजर और जिला स्तर पर एक टीम बनाई जाएगी. डॉ. शर्मा ने बताया कि आज सुपरवाइजर और गणनाकारों को ट्रेनिंग दी गई है. इस मौके पर मेरठ की मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल द्वारा दीप प्रजवल्लित कर प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया गया. उन्होंने पशुगणना की महत्ता को बताते हुए सभी गणनकारों एवं सुपरवाइजरों को इस कार्य को पूर्ण गम्भीरता से ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिये. साथ ही उन्होंने निर्देश दिये गणनकार गावों में जाकर पशुगणना कार्य के साथ-साथ अन्य सरकारी योजनाओं के विषय में पशुपालकों को जागरूक करे.  

सरकारी योजनाओं को पशुपालकों तक पहुंचाना

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पशुओं की गणना बहुत महत्वपूर्ण है. पशुओं की जनगणना का कार्य  1 सितंबर 2024 से शुरू होकर 31 दिसंबर तक जारी रहेगी. इससे विभाग को यह जानकारी मिलती है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कुल कितने पशु हैं.

मेरठ की मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल द्वार प्रशिक्षण का किया गया शुभारम्भ.

इस जानकारी के आधार पर शासन की विभिन्न योजनाओं को पशुपालकों तक पहुंचाना आसान हो जाता है. इसके अलावा, यदि किसी क्षेत्र में पशुओं में गंभीर बीमारियों का प्रकोप होता है, तो इस गणना के आधार पर विभाग उस क्षेत्र में आवश्यक कदम उठा सकता है. यह जानकारी टीमों को सही तरीके से तैनात करने में मदद करती है.

गावों एवं शहरी क्षेत्र में होगी पशुगणना

डॉ. शर्मा के मुताबिक, मेरठ जनपद में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 28 सुपरवाइजर एवं 212 गणनाकारों को पशुगणना के लिए चयनित किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में 593 गावों एवं शहरी क्षेत्र में 324 वार्डो में पशुगणना का कार्य किया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में 3000 परिवार पर एवं शहरी क्षेत्र में 4000 परिवार पर एक गणनकार लगाया गया है.

 

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