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मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, गेहूं- सरसों की फसल को नुकसान

मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, गेहूं- सरसों की फसल को नुकसान

खेतों में किसान की तैयार खड़ी फसल पर बारिश और ओलावृष्टि की वजह से बड़ा नुकसान पहुंचा है. एक बार फिर मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. लखनऊ मंडल के जिलों में लखनऊ, बाराबंकी ,रायबरेली और सीतापुर  जनपद में मंगलवार  शाम से लेकर रात तक अलग-अलग जगहों पर खूब मूसलाधार बारिश और ओले गिरे हैं जिसके चलते गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई यहां तक कि चना की फसल को भी नुकसान हुआ है

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बारिश से  फसल हुई जलमग्न बारिश से फसल हुई जलमग्न

खेतों में किसान की तैयार खड़ी फसलों को बारिश और ओलावृष्टि की वजह से बड़ा नुकसान पहुंचा है. एक बार फिर मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. लखनऊ मंडल के जिलों में लखनऊ, बाराबंकी ,रायबरेली और सीतापुर जनपद में मंगलवार शाम से लेकर रात तक अलग-अलग जगहों पर खूब मूसलाधार बारिश और ओले गिरे हैं, जिसके चलते गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई. यहां तक की चना की फसल को भी नुकसान हुआ है. लखनऊ जिले के चिनहट, बीकेटी, सरोजिनी नगर, निगोहा में खूब ओलावृष्टि हुई है. मंगलवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा बरेली में में 63 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके बाद बिजनौर में 49 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. राजधानी लखनऊ में बारिश और आंधी के कारण 200 से ज्यादा पेड़ों को नुकसान पहुंचा है.

इन जिलों में फसल को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

उत्तर प्रदेश के सभी ज‍िलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है, लेकिन सबसे ज्यादा फसलों को नुकसान वाराणसी, प्रयागराज, ललितपुर और हमीरपुर में हुआ है. इन जिलों में 33 फीसदी तक फसलों को नुकसान पहुंचा है. प्रदेश के राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि इन जिलों में किसानों को जल्द ही राहत की रकम भेजी जाएगी, जबकि सोनभद्र ,महोबा, मिर्जापुर में ओलावृष्टि से 33 फीसदी से कम नुकसान पहुंचा है. उत्तर प्रदेश का राजस्व विभाग प्रदेश भर में बारिश और ओलावृष्टि से क्षति का आकलन कर रहा है.

एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी में  कृषि विशेषज्ञ के पद पर सेवा दे रहे पूर्व सांख्यिकी निदेशक राजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि 2 से 3 दिनों के भीतर हुई बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के 44 जिलों में नुकसान पहुंचा है. प्रदेश में हुई बारिश बारिश सामान्य से 120% अधिक है.

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बारिश और ओलावृष्टि से टूटी किसानों की उम्मीद

मंगलवार को बारिश और ओलावृष्टि के चलते लखनऊ मंडल में भारी तबाही हुई है. लखनऊ के बीकेटी के किसान अनिल यादव ने खेत में ही सरसों की फसल काट रखी थी, लेकिन अचानक बारिश के चलते पूरी फसल जलमग्न हो गई. गोसाईगंज के गांव धौराहरा के किसान लल्लू राम कश्यप ने बताया कि उनके गांव में बारिश और ओलावृष्टि से 80 फ़ीसदी तक फसलों को नुकसान पहुंचा है. माल ब्लाक के गांव में भी गेहूं की खड़ी फसल खेतों में बिछ चुकी है. करौली गांव की दुर्गेश कुमार मौर्या ने बताया कि उनकी 20 बीघे गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है. बारिश और तेज हवाओं के चलते पूरी गेहूं की फसल खेतों में ही लेट गई है.

24 मार्च से फिर बदलेगा मौसम

उत्तर प्रदेश में बीते 17 मार्च से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है. वही 24 मार्च से फिर एक बार मौसम के परिवर्तनशील रहने का अनुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मुताबिक न्यूनतम तापमान 16 से 19 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा जबकि अधिकतम तापमान 27 से 32 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा. वहीं इस दौरान सापेक्षिक आद्रता 62-87 तक रहेगी. वही दिन में 7 से 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी.