उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट बदल सकता है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 15,16 और 17 अक्टूबर को मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं. इन तीन दिनों में मैदानी जिलों में हल्की बारिश तो वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है. विक्रम सिंह ने बताया कि जहां 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी अधिक देखने को मिलेगी, तो वहीं तेज हवाएं चलने के आसार भी जताए गए हैं. साथ ही मौसम विभाग ने प्रदेशभर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में अधिक बर्फबारी देखने को मिल सकती है.
मौसम विभाग के मुताबिक, चार धाम यात्रियों को सावधानी बरतनी पड़ेगी, क्योंकि अगले तीन दिन पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना को देखते हुए केदारनाथ और बद्रीनाथ में दर्शन के लिए भक्तों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
बद्रीनाथ धाम में धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगी है. अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही धामों में इस बार कड़ाके की ठंड देखी जा रही है. बद्रीनाथ धाम में तो पाला जमना भी शुरू हो गया है. रात को तापमान माइनस से भी नीचे पहुंच रहा है. गाड़ियों पर धीरे-धीरे बर्फ की सफेद चादर भी जमनी शुरू हो हुई है. हालांकि दोपहर में मौसम साफ होने और धूप निकलने के बाद यात्रियों को राहत जरूर मिल रही है, लेकिन सुबह शाम तापमान में गिरावट आने के बाद यात्री अलाव का सहारा भी ले रहे हैं.
बद्रीनाथ धाम में जबरदस्त सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है. जहां जमीन पर पाले की सफेद परत दिखाई दे रही तो वहीं गाड़ियों के शीशे पर मोती पाले की परत दिखाई दे रही है. ऐसे में तीर्थ यात्री गर्म कपड़े टोपी दस्ताने पहनकर मंदिर जा रहे हैं. सबसे ज्यादा ठंड सुबह और शाम के समय में हो रही है. जब धूप ढल रही है उसके बाद यहां जबरदस्त हाड़ कंपकंपाने वाली सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है.
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