हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और ऊना जिले में कल रात आई बारिश और आंधी ने भारी तबाही मचाई. कहा जा रहा है कि बारिश की वजह से आलू की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. वहीं, तेज हवा चलने से लगभग कटने के लिए तैयार हो चुकी गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई. किसानों का कहना है कि आंधी वजह से गेहूं की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. यदि सरकार से मदद नहीं मिली तो वे लागत भी नहीं निकाल पाएंगे. उन्हें बहुत अधिक आर्थिक नुकसान होगा.
कृषि वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि बारिश और आंधी से फसल की पैदावार को नुकसान होने के साथ-साथ फसलों में फंगल रोगों का प्रकोप भी हो सकता है. कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि राज्य के निचले हिस्सों में गेहूं की फसल कटाई के करीब पहुंच रही है, जबकि राज्य के मध्य और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में यह पकने की अवस्था में है. ऐसे में वैज्ञानिकों ने किसानों को अपने खेतों में उचित जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है, क्योंकि जल जमाव की स्थिति में गेहूं की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है.
ये भी पढ़ें- पूर्वी राज्यों में हो सकती है भारी बारिश, मध्य भारत में लू की स्थिति, पढ़ें लेटेस्ट मौसम अपडेट
कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि किसानों को अपनी गेहूं की फसल की कटाई मौसम साफ होने और बारिश की संभावना नहीं होने के बाद ही करनी चाहिए. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की फसल चौपट होने से कुछ क्षेत्रों में उपज को नुकसान हो सकता है. वहीं, तूफान के कारण कांगड़ा में भी यातायात बाधित हुआ है, जहां पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए. इससे सड़कों पर कई घंटों तक जाम लगा रहा. जाम में फंसे लोग अपने घर तक पहुंचने के लिए परेशान रहे.
वहीं, कल खबर सामने आई थी कि पंजाब के कई हिस्सों में आज बारिश हुई और शनिवार को राज्य और उसके पड़ोसी हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर के आसपास रहा. मौसम विभाग के मुताबिक, लुधियाना और अमृतसर में क्रमश: 15.4 मिमी और 4.2 मिमी बारिश हुई. पटियाला में 2 मिमी, पठानकोट में 1 मिमी, बठिंडा में 7 मिमी और फरीदकोट में 4.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. ये बारिश ऐसे वक्त में हुई है जब पंजाब में गेहूं की कटाई अंतिम चरण में है और 1 अप्रैल से मंडियों में बिक्री के लिए आवक शुरू होने वाली है. इस बारिश से गेहूं की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें- Haryana News: किसानों से सरसों क्यों खरीद रहा है HAFED? आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today