नए पश्चिमी विक्षोभ से प्री-मॉनसून गतिविध‍ि होगी तेज, गर्मी-बारिश के लिहाज से कैसा रहेगा मई?

नए पश्चिमी विक्षोभ से प्री-मॉनसून गतिविध‍ि होगी तेज, गर्मी-बारिश के लिहाज से कैसा रहेगा मई?

मौसम विभाग के मुताबिक, हफ्ते के आखिरी तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे प्री-मॉनसून गतिवि‍धि‍ को रफ्तार मिलेगी. भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की एंट्री मई के अंत में केरल से होती है. लेकिन इसके पहले प्री-मॉनसून सीजन में भी कई जगहों पर बारिश के आसार हैं.

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नए पश्चिमी विक्षोभ से प्री-मॉनसून गतिविध‍ि होगी तेज, गर्मी-बारिश के लिहाज से कैसा रहेगा मई?मई के दौरान कई राज्‍यों में होगी बारिश (फाइल फोटो)

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 15 अप्रैल को जारी किए गए इस साल के मॉनसून पूर्वानुमान आउटलुक में सीजन में जून से सिंतबर के दौरान अच्‍छी बारिश होने के संकेत दिए हैं. लेकिन, इससे पहले प्री-मॉनसून गतिवि‍धि‍ तेज होने के आसार हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, हफ्ते के आखिरी तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे प्री-मॉनसून गतिवि‍धि‍ को रफ्तार मिलेगी. भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की एंट्री मई के अंत में केरल से होती है. लेकिन इसके पहले प्री-मॉनसून सीजन में भी कई जगहों पर बारिश के आसार हैं. 

तामपान-बारिश के लिहाज से ऐसा रहेगा मई

आईएमडी ने मई महीने के मौसम पूर्वानुमान में कहा है कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के ज्‍यादातर हिस्‍सों में तापमान सामान्‍य से बहुत ज्‍यादा रहने की बात कही है. वहीं, कई राज्‍यों में हीटवेव (लू) के दिन बढ़ने की संभावना है. साथ ही देशभर में मई के दौरान सामान्‍य से ज्‍यादा बारिश होने की संभावना है. 

मई, 2025 के दौरान पूरे देश में औसत बारिश सामान्य से अधिक (एलपीए का 109% से अधिक) रहने की संभावना है. देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. उत्तर-पश्चिम मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, जहां सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है. 

एक साथ कई वेदर स‍िस्‍टम एक्टिव

आईएमडी के मुताबिक, निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर उत्तरी बांग्लादेश और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरी केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसके चलते पूर्वी और मध्य भारत में 3 मई तक बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में गरज के साथ छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की या मध्यम बारिश होने की संभावना है. साथ ही बिजली चमकने और 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है. 

दक्षिण में दि‍खेगा बारिश का असर

आईएमडी के अनुसार, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अगले 7 दिनों के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की या मध्यम बारिश, बिजली चमकने और 30-40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. साथ ही 4 मई तक उत्तर आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ छींटे और आंधी-तूफान चलने की संभावना है.

इन जगहों पर भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग का कहना है कि 3 मई तक पूर्वी मध्य प्रदेश में 3 और 4 मई को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जगहों पर ओलावृष्टि की संभावना है. 1 मई को ओडिशा, 2 और 03 मई को पूर्वी मध्य प्रदेश, 2 मई तक ओडिशा में और 2 मई को बिहार में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा का‍ अनुमान है.

आईएमडी के मुताबिक, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने के आसार हैं. इन्‍हें छोड़कर देश के ज्‍यादातर  हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्‍यादा रहने की संभावना है. वहीं, न्‍यूनतम तापमान की बात करें तो पूरे महीने देशभर के ज्‍यादातर हिस्‍सों मे सामान्य से ज्‍यादा रहने का अनुमान है. 

लू के दिन बढ़ने की आशंका

मई 2025 के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत और उससे सटे पूर्वी भारत के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक हीटवेव वाले दिन रहने की संभावना है. राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों और गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उससे सटे तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के कुछ हिस्सों में लू के दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.

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