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Banana fiber Jhumka: केले के रेशे से बना झुमका महिलाओं की सुंदरता में अब लगाएगा चार चांद, आर्टिफिशियल ज्वेलरी से बढ़ी जिले की पहचान

Banana fiber Jhumka: केले के रेशे से बना झुमका महिलाओं की सुंदरता में अब लगाएगा चार चांद, आर्टिफिशियल ज्वेलरी से बढ़ी जिले की पहचान

बरेली का झुमका फिल्मों से ज्यादा मशहूर हुआ लेकिन अब उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में केले के रेशे से बने हुए झुमके की मांग बढ़ती जा रही है. केले का स्वाद तो सबको अच्छा लगता है लेकिन केले के रेशे से बने हुए झुमके और हार अब महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगाएंगे।

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झुमके की बात हो और बरेली का नाम ना आए ऐसा हो नहीं सकता. बरेली का झुमका फिल्मों से ज्यादा मशहूर हुआ लेकिन अब उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में केले के रेशे से बने हुए झुमके की मांग बढ़ती जा रही है. केले का स्वाद तो सबको अच्छा लगता है लेकिन केले से बने हुए झुमके अब महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगाएंगे. बलरामपुर जिले के गैडास बुजुर्ग ब्लॉक के गजपुर प्रिंट गांव में 30 महिलाओं के सहायता समूह ने केले के रेशे से हैंडीक्राफ्ट तैयार करके आत्मनिर्भर बन रही है. उन्होंने केले के रेशे से झुमके और हार बनाए हैं जो काफी आकर्षक है. इसके अलावा पूजा की चटाई ,थैला ,हैंडबैग लोगों में आकर्षण के केंद्र बने हुए हैं.

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बलरामपुर जिले में स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं ने हैंडीक्राफ्ट से स्वरोजगार की राह को चुना है. इन महिलाओं ने केले की रेशे से बने हैंडीक्राफ्ट के उत्पादों को अब घरों को सजाने संवारने के साथ-साथ महिलाओं की सुंदरता को निखारने का भी प्रयोग शुरू किया है. जिले के गजपुर बुजुर्ग विकासखंड के ग्राम पंचायत गजपुर प्रिंट , साहियापुर की महिलाएं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से केले की रेसिपी आर्टिफिशियल ज्वेलरी, दरी, फ्लावर पॉट, बैग, चटाई ,थैला, पूजा चटाई ,टोपी ,घरेलू सामान को रखने के छोटे-छोटे खूबसूरत बर्तन को तैयार करने का काम कर रही है. हैंडीक्राफ्ट के समान का प्रशिक्षण लेकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है. 

स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई निरमा चौहान बताती है की केले के रेशे से उनके समूह ने घरेलू साथ सजा के साथ-साथ महिलाओं के सौंदर्य को निखारने के लिए आर्टिफिशियल ज्वेलरी को तैयार किया है. जल्द ही उनकी तैयार सामग्री बाजार में उपलब्ध होगी. वही नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक बृजराज साहनी ने बताया कि केले के रेशे से तैयार होने वाले हैंडीक्राफ्ट की डिमांड बढ़ने से जिले में केले की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा. 

केले की खेती से बढ़ेगी अब किसानों की आय

बलरामपुर जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा केले के रेशे से बनाए गए उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है. वहीं अब किसानों को भी केले की खेती बढ़ाने में मदद मिल रही है. इससे उनकी आय में भी इजाफा होगा. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की उपयुक्त मंजू त्रिवेदी ने बताया की ग्राम पंचायत गजपुर प्रिंट की समूह की महिलाओं के साथ-साथ अन्य विकासखंडों के समूह की महिलाओं को भी केले के रेशे से उत्पादों को तैयार करने में प्रेरित किया जा रहा है.