Raebareli News: खेती करने वाले किसानों के लिए यह खबर राहत भरी है. क्योंकि अब आपको घर बैठे ही खेती से संबंधित सभी जानकारी व्हाट्सएप के जरिए मिल जाएगी. यूपी के रायबरेली जिले के कृषि विभाग ने इस नई पहल की शुरुआत की है. जिला कृषि अधिकारी रायबरेली अखिलेश पांडे ने किसान तक से बातचीत में इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब घर बैठे किसानों को खेती से संबंधित सभी जानकारी व्हाट्सएप के जरिए मिल जाएगी. दरअसल सर्दियों में खेती के दौरान फसलों में कई प्रकार के रोग लग जाते है, ऐसे मेंअब आपको अपने मोबाइल फोन से एक फोटो क्लिक कर कृषि विभाग के व्हाट्सएप नंबर पर भेजनी होगी. उसके बाद आपको सारी जानकारी घर बैठे निशुल्क मिल जाएगी.
जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडे ने आगे बताया कि फसलों में लगने वाले रोग,किट की समस्या को देखते हुए किसानों को इसका घर बैठे समाधान मिले, इसी उद्देश्य के साथ कृषि विभाग द्वारा दो व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं. इस पर फोटो भेजकर घर बैठे अपनी समस्या का समाधान पा सकेंगे. उन्होंने बताया कि किसानों को विभाग में अपना पंजीकरण नंबर अथवा नाम, गांव का नाम, विकासखंड का नाम, अंकित कर कृषि विभाग द्वारा जारी व्हाट्सएप नंबर पर संबंधित खेत की फोटो क्लिक कर भेजना होगा. तुरंत ही किसान की समस्या का समाधान कृषि विभाग के द्वारा गठित वैज्ञानिकों की टीम से विचार विमर्श के बाद उनको मोबाइल पर भेज दिया जाएगा.
अखिलेश पांडे बताते हैं कि राबरेली जनपद में काफी बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है. जिससे कृषकों को रवि की प्रमुख फसलें गेहूं, राई, सरसों व आलू में लगने वाले कीट/रोगों से बचाव के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. इस समस्या से किसानों को राहत दिलाने के लिए कृषि विभाग ने दो नंबर 9452247111 व 9452257111 पर संबंधित खेत में लगी फसल का फोटो क्लिक कर या फिर इन नंबरों पर एसएमएस कर आप घर बैठे अपनी फसल के बचाव का उपाय व सुझाव जान सकेंगे. इसके लिए उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि यह सुविधा किसानों को फ्री में दी जाएगी और आने वाले वक्त में जनपद के सभी किसान इसका लाभ समय-समय पर लेते रहेंगे. आपको बता दें कि पूरे देश में इस वक्त कड़ाके की सर्दी चल रही है. ये ठंड लोगों को बीमार कर रही है. तो वहीं ये ठंड फसलों और पशुओं को भी बीमार कर सकती है. ऐसे में किसानों को अपनी फसल और पशुओं पर खास ध्यान देने की जरूरत है.
जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडे सर्दियों के मौसम में आलू एवं टमाटर की फसल में अंगमारी रोग का प्रकोप दिखने के लिए मिल सकता है. इसके अलावा मटर एवं लत्तर वाली सब्जियों में फफूंदी जनित रोग होने की संभावना बनी रहती है. जबकि अरहर एवं मटर में फल छेदक के लिए तथा बैगन की फसल में तना छेदक एवं फल छेदक कीट की के आक्रमण की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए किसानों को इस मौसम में इस कीट और बीमारी से बचाव के उपाय करना चाहिए और समय समय पर अपना खेतोंं का निरीक्षण करते रहना चाहिए. अगर अपनी फसलों पर इन रोग का लक्षण दिखाई दे या इस तरह का कोई आक्रमण दिखाई दे तो तुरंत ही किसानों को अनुशंसित फफूंदीनाशक कीटनाशक दवा का छिड़काव करना चाहिए.
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