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यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का राष्ट्रपति मुर्मु ने किया शुभारंभ, बोलीं- यूपी में आज तेजी से बढ़ रही इकोनॉमी

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का राष्ट्रपति मुर्मु ने किया शुभारंभ, बोलीं- यूपी में आज तेजी से बढ़ रही इकोनॉमी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि यूपी में एमएसएमई के लिए अच्छा ईको सिस्टम विकसित किया जा रहा है. 96 लाख एमएसएमई इकाइयों के साथ यूपी देश के सभी राज्यों में प्रथम स्थान पर है. 

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राष्ट्रपति मुर्मू ने निवेश, अर्थव्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में यूपी की विकास यात्रा को सराहा राष्ट्रपति मुर्मू ने निवेश, अर्थव्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में यूपी की विकास यात्रा को सराहा

UP International Trade Show: उत्तर प्रदेश के इकोनॉमिक ग्रोथ की उपलब्धि सराहनीय है. प्रदेश ना सिर्फ भारत में सबसे तेजी से बढ़ती हुई राज्य अर्थव्यवस्था है बल्कि देश के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने के संकल्प को पूरा करने में यूपी का योगदान अहम है. इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम का प्रयास सराहनीय है. ये बातें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में आयोजित पांच दिवसीय यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के शुभारंभ के अवसर पर कही. उन्होंने ट्रेड शो में शामिल हुए सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए यहां आयोजित प्रदर्शनी को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की.

राष्ट्रपति ने की सीएम योगी की प्रशंसा 

राष्ट्रपति ने कहा कि इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिए यूपी के उत्पादों को देश-विदेश के बाजारों तक पहुंचाने का प्रयास बहुत ही सराहनीय है. उन्होंने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस ट्रेड शो में 2000 से अधिक निर्माता अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं. 

स्थापित औद्योगिक घरानों से लेकर नये उद्यमियों और विभिन्न दूतावासों के प्रतिनिधि यहां मौजूद हैं, जिससे यहां के उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने में सहूलियत मिलेगी. उत्तर प्रदेश ने पिछले 6 साल में देश के आर्थिक विकास में अपना विशेष योगदान दिया है. यूपी की जीडीपी 2016-17 में 13 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 22 लाख करोड़ पहुंच गई है. इकोनॉमिक ग्रोथ की ये उपलब्धि नि:संदेह सराहनीय है. 

यूपी ने आर्थिक विकास और निवेश के क्षेत्र में नए कदम उठाए

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि हाल के वर्षों में यूपी ने आर्थिक विकास और निवेश के क्षेत्र में नये कदम उठाए हैं. निवेश को सरल, व्यापार को सुगम बनाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को गति देने के परिणाम स्वरूप यूपी आज देश में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बन चुका है. भारत जो आज विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और शीघ्र ही यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए संकल्पबद्ध है. 

इस राष्ट्रीय संकल्प को पूरा करने में उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान है. यूपी ने अपनी अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का संकल्प लिया है. भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य में यूपी सरकार और यहां की जनता महत्वपूर्ण योगदान दे रही है.

जी-20 सम्मेलन की सफलता से पूरा विश्व समुदाय प्रभावित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि यूपी में एमएसएमई के लिए अच्छा ईकोसिस्टम विकसित किया जा रहा है. 96 लाख एमएसएमई इकाइयों के साथ यूपी देश के सभी राज्यों में प्रथम स्थान पर है. लैंडलॉक राज्य होने के बावजूद प्रदेश का निर्यात निरंतर बढ़ रहा है. राज्य का निर्यात 2017-18 में 88 हजार करोड़ से बढ़कर 1लाख 75 हजार करोड़ तक पहुंच गया है. ये प्रदेश के उद्यमियों की मेहतन तथा योग्यता का परिणाम है.

भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के संकल्प को पूरा करने में यूपी का अहम योगदान
भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के संकल्प को पूरा करने में यूपी का अहम योगदान

हाल ही में जी-20 सम्मेलन की सफलता से पूरा विश्व समुदाय प्रभावित है. यूपी के आगरा, लखनऊ, वाराणसी और ग्रेटर नोएडा में जी-20 के विभिन्न समिट आयोजित हुए. वहीं ग्रेटर नोएडा में अब आयोजित ये ट्रेड शो भी जरूर सफल होगा.

प्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा ट्रेड शो 

उन्होंने कहा कि जी- 20 सम्मेलन में सर्वसम्मति से अपनाए गये डिक्लेरेशन में अनलॉकिंग ट्रेड फॉर ग्रोथ के अंतर्गत लोकल वैल्यू क्रियेशन और एमएसएमई के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानने तथा एमएसएमई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने के लक्ष्यों को शामिल किया गया है. विश्व के विभिन्न देशों के 400 से अधिक बायर्स इस ट्रेड शो में भाग ले रहे हैं. राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो जी-20 के लक्ष्यों के अनुरूप भारत के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाएगा. 

राष्ट्रपति ने आयोजन में राज्य के एक जनपद एक उत्पाद के प्रदर्शन को सराहनीय बताया. साथ ही इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि हस्तशिल्प पर आधारित उत्पादों के साथ साथ राज्य के युवा उद्यमियों विशेषकर महिला उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो को प्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर बताया.

बीमारू राज्य से निकलकर समृद्ध राज्य की ओर बढ़ता कदम

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश अपने पोटेंशियल को पहचान चुका है. नए एक्सप्रेस वे, वाटरवे और एयरपोर्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर हुई है. बीते 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से निकलकर समृद्ध राज्य की ओर कदम बढ़ा चुका है. साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. अब अपने स्केल को स्किल में बदलकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश अपने आप को प्रस्तुत कर रहा है. यह इंटरनेशनल ट्रेड शो उत्तर प्रदेश के उन भावनाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले 6 वर्षों के अंदर यूपी ने प्राप्त की है. सीएम योगी ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट में आयोजित 'यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो' के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया.


 इस दौरान उन्होंने कहा कि अगले 5 दिन तक इस ट्रेड शो में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे. सीएम योगी ने कहा कि इस ट्रेड शो में 70 देशों के 70,000 से अधिक बिजनेस टू बिजनेस बायर्स रजिस्ट्रेशन हुए हैं. साथ ही दो हजार से अधिक एग्जिबिटर्स इसमें प्रतिभाग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में ट्रेडर्स और बायर्स के इस ट्रेड शो में आने से उत्तर प्रदेश के 96 लाख से अधिक एमएसएमई उद्यमियों को एक नई प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि यह ट्रेड शो उत्तर प्रदेश को भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन और प्रस्तुत करने में सफल रहेगा.

अपने पोटेंशियल को पहचान चुका है उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने ट्रेड शो में आए ट्रेडर्स और बायर्स का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने परंपरागत कारीगरों, हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों के पास अपना यूनिक उत्पाद है. इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हमारी सरकार प्रदेश के 'एक जिला एक उत्पाद' योजना का संचालन कर रही है. इसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश के 54 उत्पादों की जीआई टैगिंग हो चुकी है. सीएम योगी ने कहा पिछले 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के कारीगरों और हस्तशिल्पियों को सम्मान देने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की थी. उन्हीं की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश पहले ही इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा चुका था.