केंद्र सरकार देश के किसानों को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर कई सरकारी योजनाओं की घोषणा करती रहती है. इसी क्रम में किसानों और मछुआरों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार मछली पालन करने पर किसानों और मछुआरों 60 को प्रतिशत तक सब्सिडी या फिर दो लाख तक की छूट देती है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत किसानों और मछुआरों को सरकार द्वारा लोन भी दिया जाता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, की शुरुआत आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत की गई है.
ऐसे में आइए आज विस्तार से जानते हैं आखिर क्या है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, इस योजना का लाभ किसान कैसे उठा सकते हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से किसानों और मछुआरों क्या लाभ है-
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, एक केंद्रीय योजना है जिसका लाभ किसान क्रेडिट कार्ड और नाबार्ड की मदद से दिया जाता है. इस योजना के तहत क्रेडिट कार्ड धारक किसानों और मछुआरों को बिना किसी गारंटी के 2 लाख तक का लोन केवल 7 प्रतिशत की ब्याज दर से दिया जाता है. वहीं मछ्ली पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के साथ ही इस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है.
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किसानों की इनकम को बढ़ाने के मकसद से सितंबर 2020 को पीएम मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की गई थी. इसे मछली पालन के क्षेत्र में अब तक की चलाई जाने वाली योजनाओं में सबसे बड़ी योजना माना जाता है. इस योजना के तहत किसानों को मछली पालन के लिए लोन और फ्री ट्रेनिंग दिया जाता है.
पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत अनुसूचित जाति की महिलाओं को मछली पालन का बिजनेस शुरू करने के लिए 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है, जबकि सामान्य वर्ग की महिलाओं को 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है.
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मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन हेतु लोन लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के मत्स्य पालन विभाग में संपर्क करना होगा. इसके अलावा, इस योजना का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार लिंक पर भी विजिट कर जरुरी दस्तावेज और जानकारियां भरकर योजना का लाभ उठा सकते हैं.
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