कृषि क्षेत्र में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार इसकी खरीद पर छूट दे रही है. एक अनुमान के मुताबिक भारत में 2025 से हर साल करीब 4.5 लाख किसान ड्रोन की आवश्यकता होगी. आमताौर पर एक किसान ड्रोन का मूल्य 6 से 10 लाख होता है. ऐसे में इसे खरीदना हर किसान के बस की बात नहीं. एक ड्रोन की कीमत आमतौर पर एक ट्रैक्टर के बराबर है. ऐसे में किसान ड्रोन खरीदने के लिए एक आम किसान को बैंक से लोन लेने की जरूरत पड़ेगी. केंद्र सरकार एग्रीकल्चर इंफ्रास्टक्चर फंड यानी एआईएफ से यह लोन दे रही है. आप बैंक में जाकर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं.
सरकार कृषि क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के लिए एआईएफ से लोन देना शुरू किया है. इसमें ड्रोन सेक्टर को भी शामिल कर लिया गया है. एआईएफ के तहत अब तक विभिन्न राज्यों को 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रकम जारी की गई है. बहरहाल, यह लोन ड्रोन की कीमत का 90 फीसदी तक मिल रहा है और इसके लिए सरकार 8.5 प्रतिशत का ब्याज ले रही है. साथ ही, इस लोन पर 3 फीसदी का इंटरेस्ट सब्वेंशन भी दिया जा रहा है. मतलब ब्याजदर और कम होकर 5.5 फीसदी रह जाएगी.
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) अप्रूव्ड 'एग्रीबोट' ड्रोन के लिए हरियाणा के करनाल में पहला लोन यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने दिया है. अब दूसरे बैंक भी इसके लिए आगे आ रहे हैं. जिस प्रकार साठ के दशक में ट्रैक्टर ने कृषि जगत में क्रांति लाई थी, उसी तरह की क्रांति की उम्मीद ड्रोन से भी की जा रही है. ड्रोन से कीटनाशक और उर्वरकों का छिड़काव आसानी से हो जाता है, साथ ही इससे समय और पैसे की बचत भी होती है. इससे अच्छी पैदावार लाने की उम्मीद की जा रही है.
केंद्र सरकार की पहल पर एग्रीकल्चर इंफ्रास्टक्चर फंड ने ड्रोन खरीदने के लिए उचित ब्याज दर पर ऋण योजना की शुरूआत की है. कोई भी व्यक्ति या कृषि उद्यमी एआईएफ के माध्यम से 2 करोड़ रुपये तक का ऋण प्राप्त कर सकता है. इसमें ब्याज दर पर 3 प्रतिशत का ब्याज सबवेंशन है और 7 वर्ष तक की ऋण अवधि उपलब्ध है. इसमें किसान क्रेडिट कार्ड वाली संस्था या व्यक्ति को वरीयता मिलेगी. मगर एआईएफ ऋण सुविधा का लाभ उठाने के लिए पायलट लाइसेंस का होना अनिवार्य है.
कृषि क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि लोन मिलने से किसान, उद्यमी, सहकारी समितियां, एफपीओ अब जल्द से जल्द उचित ब्याज दरों पर ड्रोन खरीद पाएंगे. उनमें ड्रोन के प्रति रुझान बढे़गा. वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों की माने तो ड्रोन क्रांति से खेती-किसानी में व्यापक बदलाव आएगा और इससे किसानों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा. आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन के सह संस्थापक दीपक भारद्वाज और अनूप उपाध्याय ने कहा कि यह खुशी की बात है कि बैंक ड्रोन खरीदने के लिए लोन देने लगे हैं. इससे गांव-गांव तक ड्रोन की पहुंच होगी.
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