दिवाली के एक दिन पहले हुई बारिश से मिली राहत दिवाली में पटाखे जलाने से खत्म हो गई और पहले की तरह ही फिर से धुंध छा गई है. इसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने अलग-अलग जगहों पर 500 से ज्यादा एंटी स्मॉग मशीनों को लगाने का फैसला किया है, कुछ जगह सोमवार से इन मशीनों को चालू भी कर दिया गया है. यह एंटी स्मॉग मशीनों को हाईराइज इमारतों, कार्यालयों और सड़कों पर तैनात की गई हैं. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखे नहीं जलाने वालों को बधाई दी तो दिल्ली में फिर से स्मॉग बढ़ने के लिए यूपी और हरियाणा सरकार प्रदूषण बढ़ाने का आरोप लगाया.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में प्रदूषण समीक्षा बैठक के बाद कहा कि CAQM के अगले आदेश तक दिल्ली में GRAP-IV लागू रखने का निर्णय लिया गया है. 14 नवंबर से 14 दिसंबर तक दिल्ली में 'Anti Open Burning' कैम्पेन चलाया जाएगा. जबकि, 500 से ज्यादा एंटी स्मॉग मशीनों को जगह-जगह लगाया गया है और कल से वॉटर स्प्रिंक्लिंग (Water Sprinkling) अभियान चलाया जायेगा. सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सराय काले खां में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़कों पर एंटी-स्मॉग मशीनें चालू कर दी गईं.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में प्रदूषण समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मैं उन दिल्ली वालों को बधाई देता हूं, जिन्होंने Supreme Court के आदेश का पालन किया और इंसानियत के नाते पटाखे नहीं जलाए. माननीय सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद यूपी और हरियाणा में भाजपा सरकार की ओर से पटाखों पर पाबंदी होती तो एनसीआर में प्रदूषण ना बढ़ता, जो बारिश की वजह से और हवा की गति से कम हो गया था. इतने पटाखों की सप्लाई आम आदमी का काम नहीं, ये बड़े स्केल पर यूपी और हरियाणा सरकारों के संरक्षण में हुआ है.
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गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में पटाखों के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध था लेकिन पटाखे जले जो उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आए. उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अगर सख्ती से प्रतिबंध होता तो वहां भी लोगों को पटाखे नहीं मिलते. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली पुलिस की निगरानी के बीच से एक आम आदमी पटाखों को एक राज्य से दूसरे राज्य में सप्लाई नहीं कर सकता है. तीनों राज्यों में भाजपा के नियंत्रण वाली पुलिस व्यवस्था है. अगर वह सक्रियता से काम करते तो रातों रात प्रदूषण में 100 अंकों की बढ़ोतरी से हम बच सकते थे.
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