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सूरजमुखी की सिरदर्दी: MSP पर खरीद को लेकर लामबंद हुए किसान, मंडी गेट पर जड़ा ताला

सूरजमुखी की सिरदर्दी: MSP पर खरीद को लेकर लामबंद हुए किसान, मंडी गेट पर जड़ा ताला

हरियाणा की कई जगहों पर सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. अंबाला कैंट अनाज मंडी में सोमवार को किसानों ने मार्केट कमेटी के गेट पर ताला जड़ दिया. किसानों का कहना है कि सरकार जब तक एमएसपी पर सूरजमुखी नहीं खरीदेगी, तब तक विरोध चलता रहेगा.

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सूरजमुखी को MSP पर खरीदे जाने को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन सूरजमुखी को MSP पर खरीदे जाने को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन

हरियाणा में सरसों खरीद का मामला अभी थमा नहीं था कि सूरजमुखी ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. सूरजमुखी की सरकारी खरीद नहीं होने से परेशान किसानों ने सोमवार को अंबाला में मार्केट कमेटी ऑफिस के गेट पर ताला जड़ दिया. किसानों की शिकायत है कि सरकार सूरजमुखी की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP पर नहीं कर रही है. इसके खिलाफ बीकेयू (शहीद भगत सिंह) के कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतर गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसान अंबाला कैंट की अनाज मंडी पहुंच गए और वहां मार्केट कमेटी ऑफिस के मेन गेट पर ताला जड़ दिया. बीकेयू के कार्यकर्ताओँ का कहना है कि जब तक सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद शुरू नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा.

अंबाला कैंट अनाज मंडी के बाहर किसान शुक्रवार से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीकेयू के कार्यकर्ता और किसानों ने अनाज मंडी के बाहर हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि जब तक सूरजमुखी की सरकारी खरीद शुरू नहीं होती, वे अनाज मंडी का ताला नहीं खुलने देंगे. वे गेट के बाहर ही जमे रहेंगे और अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. बीकेयू नेता तेजवीर सिंह ने 'दि ट्रिब्यून' से कहा, किसान तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद शुरू नहीं हो जाती. सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है. यही वजह है कि मांगें पूरी नहीं होने के बाद उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है.

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क्या कहता है किसान संगठन?

इस बीच बीकेयू (चढूनी) ने अपने कार्यकर्ताओं और किसानों से अपील की कि वे मंगलवार को शाहाबाद पहुंचें. इस अपील के बाद किसान मंगलवार को शाहाबाद के लिए निकले और जीटी रोड को जाम करने का ऐलान किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया. बीकेयू चढ़ूनी ने शाहाबाद में महापंचायत करने की घोषणा की है. किसानों की मांग है कि उनकी सूरजमुखी की उपज 6400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाए. किसान इस बात पर विरोध कर रहे हैं कि सूरजमुखी को भावांतर भरपाई स्कीम के तहत न खरीद कर एमएसपी पर खरीद की जाए.

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इस कारण हो रहा है विरोध

रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को हेफेड ने कुरुक्षेत्र में 144 क्विंटल सूरजमुखी की खरीद की. बीकेयू (चढ़ूनी) के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा, सरकार ने सूरजमुखी के लिए 4800 रुपये का रेट देने की घोषणा की है. इसके अलावा भावांतर भरपाई स्कीम के अंतर्गत प्रति क्विंटल 1000 रुपये दिए जा रहे हैं. इतना कुछ के बावजूद किसानों को प्रति क्विंटल 600 रुपये का घाटा हो रहा है क्योंकि सूरजमुखी की एमएसपी 6400 रुपये प्रति क्विंटल है. औसतन देखें तो किसान को प्रति एकड़ 6000 रुपये का घाटा होगा. इसी के विरोध में किसान सड़कों पर उतरे हैं.