त्रिपुरा में आए चक्रवाती तूफान मिधिली से प्रभावित किसानों को राज्य सरकार की तरफ से बड़ी राहत की खबर दी गई है. त्रिपुरा सरकार ने चक्रवात मिधिली में नुकसान झेलने वाले किसानों के लिए 22 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. राज्य के कृषि मंत्री रतन लाल नाथ ने इस बात की जानकारी दी है. रतन लाल नाथ ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि नवंबर 2023 में चक्रवात मिधिली के प्रभाव से किसानों को भारी नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि इस तूफान की वजह से धान, सब्जियां आदि सभी तरह की फसलें खेतों में ही नष्ट हो गईं.
कृषि मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि चक्रवात के बाद कृषि विभाग ने राज्य का सर्वे किया और सर्वे के नतीजों को त्रिपुरा के राजस्व विभाग को भेज दिया. उन्होंने बताया कि विभाग ने रिपोर्ट देखने के बाद 22 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की. उन्होंने बताया कि यह रकम अब सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में 78,000 से ज्यादा किसान चक्रवात मिधिली से प्रभावित हुए हैं. किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने डीबीटी (डायरेक्ट बैनिफिट ट्रांसफर) के जरिये से 22 करोड़ रुपये जारी किए हैं.
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मंत्री ने कृषि मजदूरों के लिए मजदूरी में बढ़ोतरी की भी घोषणा की है. उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण घोषणा बताया है. वित्त वर्ष 2017-18 में कृषि मजदूरों के लिए मजदूरी 177 रुपये थी. त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सत्ता में आने के बाद पिछले छह सालों में मजदूरी में छह बार बदलाव किया गया. उन्होंने कहा कि इस खास कार्य से जुड़े लोगों के लिए मंजूर कुल वृद्धि में 224 रुपये का इजाफा हुआ है. हाल ही में, हमने मजदूरी में एक और बढ़ोतरी की है, जो 1 जुलाई से लागू होगी. अब प्रति व्यक्ति प्रति दिन संशोधित मजदूरी 401 रुपये है.
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उन्होंने बताया कि वित्तीय सहायता में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 3013 किसानों के लिए अतिरिक्त लाभ शामिल है. इसकी कुल राशि 1 करोड़ 13 लाख 90 हजार रुपये है. कुल मिलाकर त्रिपुरा में 81,292 किसानों को चक्रवात से संबंधित नुकसान के लिए 23 करोड़ 11 लाख 8 हजार रुपये से अधिक की राशि मिलेगी.
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