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फसल नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर तेलंगाना में BRS का प्रदर्शन, सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप

फसल नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर तेलंगाना में BRS का प्रदर्शन, सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप

बीरआएस ने हैदराबाद को छोड़कर राज्य भर के सभी विधानसभा मुख्यालयों में रायथु दीक्षा के नाम से विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान फसल नुकसान से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की मांग की गई ताकि परेशान किसानों को तत्काल राहत मिल सके.

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बीआरएस नेताओं का प्रदर्शन(सांकेतिक तस्वीर) बीआरएस नेताओं का प्रदर्शन(सांकेतिक तस्वीर)

तेलंगाना में किसानों के मुद्दे पर बीआरएस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी के तहत बीरआएस ने हैदराबाद को छोड़कर राज्य भर के सभी विधानसभा मुख्यालयों में रायथु दीक्षा के नाम से विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान फसल नुकसान से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की मांग की गई ताकि परेशान किसानों को तत्काल राहत मिल सके. विरोध में शामिल बीआरएस के पूर्व मंत्रियों और विधायकों मे सरकार के समक्ष मांग रखी की जिन किसानों की फसल सिंचाई के लिए पानी के अभाव में बर्बाद हुई है उन्हें 25,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही मांग रखी गई थी धान और मक्का किसानों को प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस दिया जाए और परेशान होकर जिन किसानों ने आत्महत्या की है उन किसानों को 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाए. 

द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार संरारेड्डी में विरोध प्रदर्शन करते हुए पूर्व मंत्री टी हरीश राव ने कहा कि पिछले परेशानी से जूझ रहे राज्य के 200 किसानों ने आत्महत्या कर ली है पर राज्य सरकार के किसी भी नेता अब तक इतनी फुर्सत नहीं मिली है कि वो जाकर उन किसानों से मुलाकात कर सके. यह दिखाता है कि किस प्रकार राज्य सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है.किसान पानी के संकट से जूझ रहे हैं. साथ ही आरोप लगाया की राज्य सरकार किसानों के साथ किए गए अपने वादे को पूरा करने में असमर्थ रही है. 

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किसानों के मामले पर सरकार ने साधी चुप्पी

सूर्यपेट में बोलते हुए बीआरएस के एक अन्य पूर्व मंत्री जी.जगदीश रेड्डी ने राज्य की रेवंत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार शासन पर ध्यान केंद्रित करने और किसानों और लोगों की समस्याओं को संबोधित करने के बजाय अपना सारा समय विपक्षी दल के खिलाफ साजिश करने में बीता रही है. जबकि किसानों को हुए फसल नुकसान के मामले में सरकार ने  चुप्पी साध रखी है. किसानों को लेकर किए गए इस विरोध प्रदर्शन में  बीआरएस सांसद वी. रविचंद्र, एन. नागेश्वर राव खम्मम जिले में शामिल हुए. 

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किसानों के साथ हो रहा अन्याय

सिरसिल्ला में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के चार महीने के भीतर ही कृषि क्षेत्र को संकट में डाल दिया है. जबकि किसानों को योजनाओं का लाभ देने के बजाय चुनावी आचार संहिता  का हवाला दे रही है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि  पिछली बीआरएस सरकार द्वारा रायथु बंधु के लिए अलग रखे गए 7,000 रुपये करोड़ कहां गए. खम्मम जिले के कल्लूर और वायरा में सांसद वद्दीराजू रविचंद्र और नामा नागेश्वर राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में किसानों के साथ अन्याय हो रहा है.