फसलों पर एमएसपी गांरटी कानून लाने समेत अन्य मांगों को लेकर दिल्ली के लिए कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए पंजाब, हरियाणा, यूपी, दिल्ली और राजस्थान की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. वहीं, पंजाब के शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने सीमा पार करने की कोशिश कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं. इससे वहां भगदड़ मच गई है. जबकि, कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ने किसानों को रोकने के लिए उनके ट्रैक्टरों के लिए 10 लीटर से ज्यादा डीजल नहीं देने के निर्देश पेट्रोल पंप संचालकों को दिए गए हैं. जबकि, पहले से इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ ही धारा 144 लागू की गई है. किसानों पर सरकार की सख्ती पर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गई है. वहीं, दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने बवाना स्टेडियम को जेल बनाने के केंद्र के निर्देश को मानने से इनकार कर दिया है.
किसानों की मांगों पर 12 फरवरी की शाम को दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद 13 फरवरी को पंजाब के किसानों ने 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू कर रखा है. किसानों की भीड़ को देखते हुए पंजाब पुलिस की ओर से किसानों को रोकने की कोशिश नहीं की गई है. किसानों अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली बॉर्डर से दिल्ली पहुंचने की कोशिशों में जुटे हैं. पंजाब से किसानों को लेकर कई दर्जन ट्रैक्टर शंभू बॉर्डर पर पहुंचे हैं. शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं, जिससे वहां भगदड़ मच गई है. यहां किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर आंसू गैस ड्रोन का इस्तेमाल किया.लेकिन, किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. किसान राशन, कपड़ा समेत अन्य जरूरी सामान लेकर आगे बढ़ रहे हैं.
#WATCH | Police use tear gas drones at the Haryana-Punjab Shambhu border to disperse protesting farmers. pic.twitter.com/LcyGpDuFbv
— ANI (@ANI) February 13, 2024
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार को जो जानकारी मिल रही है उसमें बहुत सारे ऐसे लोग जो इसमें कोशिश करेंगे कि इस तरह की स्थिति बने जिससे वातावरण प्रदूषित हो. मैं किसान भाइयों से कहूंगा कि इन चीजों से वे बचें. भारत सरकार किसानों के हितों को लेकर प्रतिबद्ध है. अधिकांश बातों पर हम बात करने के लिए तैयार हैं. उसके कई विकल्प वे भी दे सकते हैं हम भी विकल्प दे सकते हैं, एक विकल्प पर आकर हम एक समाधान ढूंढ सकते हैं. इससे पहले उन्होंने कहा कि मैंने चंडीगढ़ दो बार जाकर किसान संगठनों के साथ बातचीत की.लेकिन कुछ चीजों में हमें परामर्श लेने की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका रास्ता क्या होगा.किसानों को समझने की जरूरत है कि भारत सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके साथ-साथ जनसामान्य को कोई कठिनाई ना हो.
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए जो काम किया है वो पहले किसी सरकार ने नहीं किया. हम किसानों के साथ हैं. मुझे लगता है कि इसके पीछे राजनीति है. सरकार चाहती है कि किसान आर्थिक रूप से मजबूत हों. सभी मुद्दे बातचीत से हल हों. किसान संतुष्ट हैं लेकिन आंदोलनकारी आंदोलन कर रहे हैं. आम किसान कह रहा है कि इससे बेहतर कोई सरकार नहीं है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में कहा कि पूरा बॉर्डर सील कर दिया गया है जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो. हरियाणा-पंजाब, दिल्ली से सटे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे दिल्ली के पड़ोसी जिलों में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं वो भी तब जब बोर्ड परीक्षाएं सिर पर हैं. दिल्ली के चारों तरफ के जिलो में मौखिक हिदायत दी गई है कि किसी किसान के ट्रैक्टर में 10 लीटर से ज्यादा डीजल ना डाला जाएगा. चौतरफा जुल्म का आलम है. अन्नदाता किसानों की हुंकार से डरी हुई मोदी सरकार एक बार फिर 100 साल पहले अंग्रेजों द्वारा दमनकारी नीतियों और 1917 के बिहार के चंपारण किसान आंदोलन की याद दिला रही है.
किसान संगठनों के 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि बातचीत के दौरान किसान नेताओं के ट्विटर हैंडल बंद करवाए जा रहे हैं, ये किस तरह का आश्वासन और बैठक है? दो साल में आप समझे नहीं कि किसानों को क्या चाहिए?.
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