पंजाब के शंभू बॉर्डर पर एमएसपी समेत कई अन्य मांगों को लेकर डटे किसान अब दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने ऐलान किया है कि शंभू बॉर्डर खुलते ही दिल्ली के लिए बढ़ा जाएगा. हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को हाईवे खोलने के निर्देश दिए हैं. हालांकि हरियाणा सरकार ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका यानी एसएलपी (SLP) दायर की है. ऐसे में यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि हरियाणा पुलिस हाईवे कब खोलती है, लेकिन किसानों ने अपनी रणनीति साफ कर दी है. वहीं, दिल्ली में 22 जुलाई को किसान नेताओं की बैठक प्रस्तावित है. इसी दिन राहुल गांधी से किसान नेताओं की मुलाकात होने की बात भी कही जा रही है. बता दें कि 23 जुलाई से संसद में बजट सत्र शुरु होने जा रहा है.
13 फरवरी 2024 के दूसरे सप्ताह में शुरू हुआ किसानों का आंदोलन पंजाब के शंभू, खनौरी बॉर्डर पर अभी भी चल रहा है. सभी फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून के साथ बुजुर्ग किसानों को पेंशन समेत कई मांगों को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को 5 महीने का समय हो चुका है. पंजाब से हरियाणा होते हुए दिल्ली आने के रास्तों पर राज्य सरकार ने बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन रोक रखा है. इसको लेकर बीते सप्ताह हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने के निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं. जिसके बाद आंदोलन कर रहे किसान संगठन दिल्ली कूच के लिए कई बैठकें कर चुके हैं.
बीते रविवार को शंभू बॉर्डर पर हुई किसान संगठनों की बैठक में आंदोलन की रणनीतियों पर चर्चा की गई. जबकि, बीते दिन सोमवार को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में खनौरी बॉर्डर पर बैठक हुई, जिसमें दिल्ली कूच समेत किसान आंदोलन को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की गई. जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अब प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि जैसे ही शंभू बॉर्डर वाला हाइवे खुलेगा, हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हम पहले से ही दिल्ली जा रहे थे, लेकिन हरियाणा पुलिस ने इस साल फरवरी में शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाकर हमें रोक दिया था. अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बैरिकेड्स हटाने का निर्देश दिया है और हमने फैसला किया है कि बैरिकेडिंग हटाए जाने और हाईवे खुलने के बाद हम शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करेंगे.
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर काफी संख्या में किसान और उनका सामान डटा हुआ है. हाईवे खुलने के बाद हमें कुछ दिन लगेंगे और उसके बाद हम अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में हमें जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में अपना विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए. किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसानों ने घोषणा की है कि वे किसान नेता नवदीप जलवेरा की रिहाई की मांग को लेकर 17 और 18 जुलाई को एसपी अंबाला के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे. किसानों ने कहा कि वे बुधवार सुबह बड़ी संख्या में अनाज मंडी अंबाला में एकत्र होंगे और उसके बाद एसपी अंबाला के कार्यालय के लिए रवाना होंगे.
किसान आंदोलन को लेकर 22 जुलाई को दिल्ली में किसानों की अहम बैठक होनी है, जिसमें एमएसपी कानून समेत अन्य मांगों पर चर्चा और रणनीति के लिए देशभर से 200 किसान नेता और बुद्धिजीवी शामिल होंगे. कहा गया है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी से भी 22 जुलाई को मुलाकात होने की संभावना है. उन्हें मुलाकात के लिए ई-मेल भेजा गया है, जिसपर पंजाब कांग्रेस की ओर से मुलाकात का आश्वासन मिला है.
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बीती 10 जुलाई को राज्य सरकार को आदेश दिया है कि शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग हटाकर हाईवे को आवागमन के लिए खोल दिया जाए. एक याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की बेंच ने हरियाणा पुलिस की लगाई गई सात लेयर की बैरिकेडिंग को एक हफ्ते के अंदर हटाने का आदेश दिया है.
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