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दिल्ली की हवा में फिर घुला जहर, AQI में भारी इजाफा, NDMC ने तैनात की एंटी स्मॉग गन

दिल्ली की हवा में फिर घुला जहर, AQI में भारी इजाफा, NDMC ने तैनात की एंटी स्मॉग गन

लाखों लोग हर रोज वीवीआईपी दिल्ली में आते हैं तो चुनावी सीजन में सियासी आवाजाही भी ज्यादा ही हो जाती है लेकिन दिल्ली की फिजा में सीजन में पहली बार प्रदूषण ने दस्तक दी है. गर्मी में गाड़ियों से निकलने वाला धुआं दिल्ली की फिजा में नाइट्रोजन डॉयऑक्साइड (एनओ-2)के स्तर को बढ़ा देता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन की मानें तो राजधानी का एक्यूआई सोमवार को 224 रहा.

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दिल्‍ली में गर्मी में भी प्रदूषण ने नहीं छोड़ा साथ दिल्‍ली में गर्मी में भी प्रदूषण ने नहीं छोड़ा साथ

लाखों लोग हर रोज वीवीआईपी दिल्ली में आते हैं तो चुनावी सीजन में सियासी आवाजाही भी ज्यादा ही हो जाती है लेकिन दिल्ली की फिजा में सीजन में पहली बार प्रदूषण ने दस्तक दी है. गर्मी में गाड़ियों से निकलने वाला धुआं दिल्ली की फिजा में नाइट्रोजन डॉयऑक्साइड (एनओ-2)के स्तर को बढ़ा देता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन की मानें तो राजधानी का एक्यूआई सोमवार को 224 रहा. मेन पॉल्‍यूटेंट्स में एनओ-2 के अलावा पीएम10 और पीएम 2.5 हैं.  शादीपुर का एक्यूआई 351, आनंद विहार का एक्यूआई 319 रहा. 

कहां पर कितना जहर 

एनओ-2 का स्तर तय मानकों से ज्‍यादा रहा. शादीपुर में अधिकतम एनओ-2 का स्तर 91 एमजीसीएम, अलीपुर में इसका स्तर 86 एमजीसीएम, बवाना में 72 एमजीसीएम, मुंडका में 125 एमजीसीएम, आनंद विहार में 157 एमजीसीएम और चांदनी चौक में 368 एमजीसीएम रहा. जबकि तय मानक 80 एमजीसीएम है. हवा में पॉल्‍यूटेंट्स को कम करने और अपने क्षेत्र में हवा को साफ करने के लिए 08 एंटी स्मॉग गन की तैनाती की है. सभी एवेन्यू सड़कों पर किराये के आधार पर 08 एंटी स्मॉग गन का एक बेड़ा सुबह 08 बजे से शाम 04 बजे तक काम करेगा. स्मॉग गन हर दिन के आधार पर 360 किमी सड़कों, गलियों और रास्‍तों को कवर करेगी. 

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कैसे काम करेगी एंटी स्‍मॉग गन 

नई तैनात की गई 08 एंटी स्मॉग गन हाइड्रोलिक ऑपरेशन पर आधारित हैं.  7000 लीटर की वॉटर कैपेसिटी वाले टैंक वाले सीएनजी से चलने वाले ट्रकों पर लगाए गए हैं. हर एंटी स्मॉग गन में 30 मीटर पानी फेंकने की दूरी और 330 डिग्री रोटेशन और 60 डिग्री झुकाव की विशेषता है. इससे निकलने वाली बूंदों का साइज 10 से 30 माइक्रोन की सीमा में होगा. साथ ही इसमें 24 स्टेनलेस स्टील के बने नोजल होंगे. पानी को ऑटोमैटिक ऑपरेट करने के लिये इन एंटी स्मॉग गन की पानी की खपत 1500 लीटर प्रति घंटा है. 

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कितना होगा किराया 

08 एंटी स्मॉग गन को किराये पर लेने की लागत दो वर्ष की अवधि के लिए लगभग 2.87 करोड़ रुपयों की होगी. इन्हें चलाने के लिए एक एचएमवी चालक, एक ऑपरेटर और एक सहायक को तैनात किया जाएगा.  एनडीएमसी ने पहले ही वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 17000 लीटर की सबसे बड़ी पानी की टंकी क्षमता के साथ टाटा निर्मित 28 टन सीएनजी ट्रक चेसिस पर एंटी-स्मॉग गन तैनात की हुई है. बड़ी पानी की टंकी की क्षमता के कारण, यह एंटी-स्मॉग गन लगातार 03 घंटे तक बिना रुके पानी की आपूर्ति करती रहती है, जिससे स्प्रे की डेड माइलेज कम हो जाती है.  इसके अलावा एक और एंटी-स्मॉग गन/मिस्ट स्प्रे मशीन एनडीएमसी द्वारा खरीदी गई थी और इसका उपयोग पंडित पंत मार्ग पर किया जा रहा है. 

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दो शिफ्टों में हो रहा काम 

नई दिल्ली क्षेत्र में एवेन्यू सड़कों पर सड़क चैनलों की गहन सफाई के लिए कुल 04 मैकेनिकल रोड स्वीपर (एमआरएस) पहले से ही दो शिफ्टों में काम कर रहे हैं. वे प्रति दिन के आधार पर लगभग 350 किमी लंबी सड़कों को कवर कर रहे हैं.  दूसरी ओर, एनडीएमसी द्वारा 10000 लीटर से 5000 लीटर पानी की क्षमता तक के 18 नग पानी के टैंकर/ट्रॉलियां , पानी के छिड़काव के लिये भी तैनात किए गए हैं. इनमें एसटीपी-उपचारित पानी का उपयोग करके मुख्य सड़कों के किनारे पेड़ों और झाड़ियों पर पानी का छिड़काव करने के लिए 02/03 यात्राएं करके ये ग्रीन बेल्‍ट और हरियाली वाली जगहों की धुलाई भी करती है. टीमें न सिर्फ केवल फुटपाथ और सड़कों पर झाड़ू लगा रही हैं, बल्कि धूल या बाकी वायु प्रदूषण तत्वों को साफ करने के लिए पानी से धुलाई भी कर रही हैं.