हरियाणा के करनाल की मंडियों में धान की आवक बढ़ गई है. वहीं मंडियों में धान की खरीद चल रही है, किसान अपनी मेहनत को अब मंडी में लेकर आ रहे हैं, लेकिन जब भी धान का सीजन पीक पर होता है तो धीरे धीरे काफी परेशानी आनी शुरू हो जाती है.
किसानों को कभी गेट पास न मिलने की समस्या, कभी गेट पास देरी से मिलने की समस्या, कभी ट्रालियों की लंबी-लंबी कतारों की परेशानी, कभी धान का एमएसपी पर खरीद न होना, कभी उठान ना होना जैसी कई समस्याएं शामिल हैं.
करनाल की अनाज मंडी में अब धान की आवक ज्यादा हो गई है, किसान अपनी धान की फसल को मंडी में ला रहे हैं तो उन्हें लंबी-लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है, इतना ही नहीं इसके साथ-साथ गेट पास मिलने में भी देरी हो रही है.
कुछ किसान जिनकी फसल गीली है और उसमें नमी की मात्रा ज्यादा है इसलिए उन्हें पूरा एमएसपी नहीं मिल रहा है, उनका कहना है कि 1800 से 1900 रुपये के पास धान की खरीद हो रही है जबकि रेट 2203 रुपये है.
मंडियों में कुछ किसान ऐसे भी मिले जिनकी धान सूखी हुई है, नमी भी ठीक है उन्हें प्राइवेट खरीद पर एमएसपी से भी ज्यादा मूल्य मिल रहा है, लेकिन उनका कहना है कि और भी ज्यादा मूल्य मिलना चाहिए.
बात साफ है अभी मंडी में धान की आवक जहां बढ़ गई है वहीं काम स्लो हो गया है. ऐसे में किसानों को होने वाली परेशानियां कब तक कम होती हैं, ये देखने वाली बात होगी. किसान सरकार से पूछ रहे है कि मंडियों में व्यवस्था कब तक ठीक होगी.
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