हरियाणा में किसानो का आधुनिक खेती की तरफ रुझान दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. किसान परंपरागत खेती छोड़ आधुनिक खेती अपनाकर न सिर्फ लाखों रुपये कमा रहे है, बल्कि लोगों को रोजगार भी दे रहे है. ऐसे में प्रदेश के एक युवा किसान ने यूट्यूब पर देखकर स्ट्रॉबेरी की खेती करना शुरू किया और अब लाखों रुपये कमा रहा है.
हौसलों में उड़ान हो तो कठिनाई कहा मायने रखती है, आज हम आपको सोनीपत के गांव खेड़ी गुज्जर के रहने वाले किसान दिनेश के संघर्ष की कहानी बताते है, दिनेश पहले गेहूं और धान की खेती करता था, लेकिन वो ज्यादा कमाई नहीं कर पा रहा था, लेकिन उसने कुछ अलग करने की ठानी और अब हर वर्ष लाखो रुपये कमा रहे हैं.
किसान दिनेश 2021 में बजाना गांव के एक किसान प्रवीण से मिले, जो कि प्रवीण काफी समय से स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे थे. उसने प्रवीण के पास स्टोबैरी के खेती के बारे में जानकारी जुटाई और लेकिन उसके घर वालो ने उसे ये खेती करने से इंकार किया, लेकिन उसने मन में कुछ अलग करने की ठान रखी थी.
दिनेश ने 2022 में आधा एकड़ से स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत की. जिसमें उन्हें शुरुआत में खर्च निकाल कर 7 महीने की खेती में करीब ढाई लाख रुपये की बचत हुई, जिसके बाद उसके हौसले बुलंद हो गए और घर वालो का भी सहारा मिल गया. जिसके बाद उन्होंने अपनी खेती को आगे बढ़ाया और 2 एकड़ में फसल की खेती की.
दो एकड़ की फसल में उन्हें करीब 20 लाख रुपये खर्च आया और उन्हें दो एकड़ में करीब 10 से 12 लाख रुपये की बचत हुई. उन्होंने अपनी खेती आधा एकड़ से शुरुआत करने के बाद अब चार एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. जिससे वह हर वर्ष करीब लाखो रुपये कमा रहे हैं.
किसान दिनेश ने बताया कि स्टोबैरी के बीज वह पुणे से मंगवाते है. बीज आने के बाद खेत की अच्छी तरह सफाई कर लाईने बनाकर उसमें बीज लगा दिया जाता है और ऊपर से पॉलिथीन ढकी जाती है, ताकि फसल खराब न हो. इसके अलावा उनके पास करीब 40 लोग काम करते हैं. वहीं जब उन्होंने शुरुआत की थी तो सिर्फ 3 लोगों से काम शुरू किया था.
युवा किसान ने कहा कि साथी किसान और यूट्यूब पर देखकर स्ट्रॉबेरी की खेती को करना शुरू किया है. दिनेश ने बताया कि एक एकड़ में करीब 4 से 5 लाख रुपये का खर्च आता है. वहीं एक एकड़ में करीब 10 से 12 लाख रुपये की बचत होती है. साथ ही उनके स्टोबैरी की मांग आजादपुर मंडी के अलावा गुवाहाटी, नागपुर में भी है.
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