बिहार के कैमूर जिला के किसानों ने वाराणसी से कोलकाता तक जोड़ने के लिए बनाए जा रहे भारतमाला एक्सप्रेसवे के मुआवजे को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है.
जमीन अधिग्रहण में उचित मुआवजा नहीं मिलने से नाराज किसानों ने जिला समाहरणालय के मेन गेट के पास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और स्थानीय सांसद छेदी पासवान का पुतला दहन किया.
किसानों ने कहा कि सरकार ने जमीन अधिग्रहण को लेकर उनके नाम नोटिस भेजा था. जिस नोटिस को किसानों ने रिसीव नहीं किया है. किसानों का कहना है कि सरकार को जबरदस्ती जमीन लेनी है तो ले ले, लेकिन वे स्वेच्छा से जमीन देने वाले नहीं हैं.
किसानों की मांग है कि उनको 30 लाख रुपये प्रति एकड़ जमीन का मुआवजा मिलना चाहिए, तभी किसानों का आंदोलन खत्म होगा. वहीं किसानों ने अपने आंदोलन में “नीतीश सरकार हाय-हाय” की नारेबाजी की.
पुतला दहन की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे भभुआ एसडीएम ने कहा कि किसानों को ऐसे कार्यक्रम के पहले प्रशासन से मिलना चाहिए था. बिना जानकारी दिए ही इस तरह का काम करने पर आंदोलन में उपस्थित सभी पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी.
भारतमाला एक्सप्रेसवे में किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है. एक साल से किसान आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन किसानों की बात नहीं सुनी गई, इस वजह से किसानों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्थानीय सांसद छेदी पासवान का पुतला दहन किया.
भारतमाला एक्सप्रेसवे में यूपी के किसानों को जो मुआवजा दिया जा रहा है, वही मुआवजा बिहार के किसानों को भी मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी पूरी टीम स्थानीय प्रशासन, विधायक, मंत्री, सांसद और मुख्यमंत्री से मिल चुकी है, लेकिन निदान नहीं निकला.
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