आमतौर पर कीमती साजो समान या फिर ज्वेलरी की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी लगाए जाते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वाराणसी के चोलापुर ब्लॉक के बबियांव गांव में एक नर्सरी के अंदर 24 घंटे पहरेदार दुनिया की सबसे महंगे आम की प्रजाति मियाजाकी की सुरक्षा में लगे हुए है. दरअसल, 2001 में इस आम की प्रजाति को जापान से वाराणसी लाया गया और तभी से इसको लगाने की कवायद शुरू हो गई थी. लेकिन अब कहीं जाकर इसमें फल लगना शुरू हो गया है. बता दें कि मियाजाकी दुनिया का सबसे महंगा आम है, जो 2 से 3 लाख रुपये प्रति किलो मिलता है. ऐसे में पहली बार वाराणसी में इस आम के पैदा होने से लोग इतने उत्साहित हैं कि दूर-दूर से देखने के लिए लोग खींचे चले आ रहे हैं, जिसकी वजह से इसकी सुरक्षा में 24 घंटे न केवल दो पहरेदार लगाए गए हैं, बल्कि सीसीटीवी कैमरों से भी इसकी निगरानी की जा रही है.
मियाजाकी आम की खेती करने वाले किसान शैलेंद्र कुमार रघुवंशी ने बताया कि आम की इस प्रजाति को उन्होंने 2021 में जापान से मनाया गया था. इसको मंगाने में उनको काफी समस्या का सामना करना पड़ा और पैसे भी खर्च हुए. वहीं, मंगाने के 6 महीने के बाद दिसंबर में इसका पौधरोपड़ किया गया, जिसके 2 साल बाद फ्लोरिंग शुरू हुई और अब उसमें फल आने शुरू हो गए हैं, जिसे देखने के लोग दूर-दराज के गांव से आ रहे हैं.
लोगों के लगातार आने से इन आम के पौधों की रखवाली के लिए दो लोगों को तैनात किया गया है, ताकि इन पौधों को किसी तरह की क्षति ना पहुंचने पाए, क्योंकि पहली बार इसमें आम लगे हैं और यह देखना जरूरी है कि इसमें किस प्रकार के तत्व मिल रहे हैं? जिनका टेस्ट कराया जाना है. वहीं, यह सब होने के बाद किसानों में इस आम को लेकर प्रचार किया जाएगा कि किसान इस प्रजाति के आम को लगाकर अपने आय को दुगना करें.
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उन्होंने बताया कि इस आम को दिसंबर 2021 में लगाया गया था और पढ़ने पर पता चला था कि यह आम जापान में एक स्थान मियाजाकी है. वहीं, पर इस आम की प्रजाति पाई जाती है. जिसके बाद उनकी इच्छा इस आम को लगाने की हुई, जिसके बाद पुणे की एक कंपनी के जरिए इसके पौधे को मंगाया गया. इसका फल ठीक सूर्योदय के समय के रंग का है और इसका आकार कुछ-कुछ अंडाकार होता है. ऐसा बताया जाता है कि इस आम में कई ऐसे मिनरल पाए जाते हैं जो यहां के आम में नहीं मिलता है.
किसान शैलेंद्र कुमार रघुवंशी ने बताया कि अभी आम को टेस्ट करने के बाद ही पता चलेगा कि वह सारे मिनरल इस आम में भी मिल रहे हैं कि नहीं. उन्होंने बताया कि इस वक्त मियाजाकी आम के उनके पास 120 पौधे तैयार हैं और एक पौधे की कीमत 1000 रखी गई है. उन्होंने बताया कि इन आम के पौधों की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी लगे हुए है. साथ ही CCTV कैमरा भी लगाया गया है.
मियाजाकी आम की रखवाली करने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि वह 24 घंटे उसकी रखवाली करते हैं, ताकि कोई इन आम के पौधों के नजदीक न आ सके. उन्होंने बताया कि वह कुल दो लोग रखवाली करते हैं और सीसीटीवी भी लगा हुआ है.
वहीं, आसपास के गांव वाले इतने महंगे आम को देखने के लिए जिज्ञासावश खींचे चले आ रहे हैं, जिसमें से एक विजय कुमार रघुवंशी ने बताया कि जैसे ही उनको समाचार के जरिए इस आम के बारे में जानकारी हुई तो वह देखने चले आए और किसान शैलेंद्र की कोशिशों की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने बताया कि जिस आम के बारे में खबरों में पढ़ा करते थे. आज उस आम को किसान शैलेंद्र अपने गांव तक लेकर आए हैं. (रौशन जायसवाल की रिपोर्ट)
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