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Bird Flu: केरल के अलप्पुझा में फैला बर्ड फ्लू, बत्तखों में हुई H5N1 वायरस की पुष्टि

Bird Flu: केरल के अलप्पुझा में फैला बर्ड फ्लू, बत्तखों में हुई H5N1 वायरस की पुष्टि

पशुपालन अधिकारी ने कहा कि अलप्पुझा में होने वाले एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस के कारण तीन किसान प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि एडथुआ में अब्राहम ओसेफ के 7500 बत्तखें थीं, पर 12 अप्रैल से अब तक 3000 बत्तखों की मौत हो चुकी है. इसी तरह चेरुथाना में रहने वाले किसान रघुनाथन चिरयिल के पास 2000 बत्तखें थीं जिनमें से 238 की मौत हो चुकी है.

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केरल में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि (सांकेतिक तस्वीर) केरल में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि (सांकेतिक तस्वीर)

केरल के अलप्पुझा जिले में दो स्थानों पर बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है. जिले के एडथवा ग्राम पंचायत के वार्ड 1 और चेरुथाना ग्राम पंचायत के वार्ड 3 में पाली गई बत्तखों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई देने के बाद बत्तखों के नमूनों को परीक्षण के लिए भोपाल स्थित लैब में भेजा गया. इसके बाद ही इस बीमारी की पुष्टि हुई है. इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (H5N1) की पुष्टि हुई है. अलप्पुझा जिला पशुपालन अधिकारी सजीव कुमार केआर ने कहा कि कुट्टनाड क्षेत्र के एडथुआ और चेरुथाना में बत्तखों के H5N1 से संक्रमित होने की सूचना मिली है. 

'द हिंदू' की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिला पशुपालन अधिकारी ने कहा कि एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस के कारण तीन किसान प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि एडथुआ में अब्राहम ओसेफ के 7500 बत्तखें थीं, पर 12 अप्रैल से अब तक 3000 बत्तखों की मौत हो चुकी है. इसी तरह चेरुथाना में रहने वाले किसान रघुनाथन चिरयिल के पास 2000 बत्तखें थीं जिनमें से 238 की मौत हो चुकी है, जबकि देवराजन टी के 15,000 बत्तखों में से 171 बत्तखों की मौत हो चुकी है. अधिकारी ने कहा कि बत्तखों की सामूहिक मौत के बाद उनके नमूनों को जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल भेजा गया जहां से इसकी पुष्टि हुई है. 

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पक्षियों को मारने का काम होगा शुरू

जिले के कलेक्टर एलेक्स वर्गीस से बर्ड फ्लू की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं. केंद्र सरकार की तरफ से अधिसूचना जारी होने के बाद हॉटस्पॉट के 1 किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारना शुरू कर दिया जाएगा. फिलहाल जो आकलन किया गया है उसके मुताबिक हॉटस्पॉट के आस-पास के एक किलोमीटर के दायरे में बीमारी की रोकथाम करने को लेकर 21,537 पक्षियों को मार दिया जाएगा जिनमें अधिकांश संख्या बत्तखों की है. 

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पक्षियों के व्यापार पर प्रतिबंध

बैठक में निर्णय लिया गया कि एक रैपिड एक्शन फोर्स का गठन किया जाएगा और पशु कल्याण विभाग द्वारा संबंधित तैयारियां जल्द से जल्द पूरी की जाएंगी. जिला प्रशासन ने कहा कि अनावश्यक रूप से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस बीमारी के इंसानों में फैलने की कोई संभावना नहीं है. रैपिड एक्शन फोर्स की टीम द्वारा पक्षियों को मारने की कार्रवाई की जाएगी. पक्षियों को मारने के बाद निर्धारित मापदंडों के अनुसार उनके अवशेषों का निपटारा किया जाएगा. इस बीच, जिला प्रशासन ने हॉटस्पॉट के 1 किमी के दायरे में पक्षियों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है. बता दें कि तीन वर्षों में यह चौथी बार है कि इलाके में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है.