न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पंजीयन 5 फरवरी से शुरू हो चुका है और यह 1 मार्च 2024 तक चलेगा. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं. किसान 5 फरवरी से 1 मार्च के बीच अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये तय किया गया है. समर्थन मूल्य की यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है.
राजस्थान सरकार ने समर्थन मूल्य में 125 रुपये की बढ़ोतरी की है, यानी राजस्थान में गेहूं 2400 रुपये प्रति क्विंटल खरीदा जाएगा. मध्य प्रदेश में भी बोनस के रूप में समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात चल रही है. इससे पहले किसानों को रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. किसान 1 मार्च तक सहकारी समितियों पर स्थापित पंजीयन केन्द्रों, कियोस्क केन्द्रों एवं किसान एप के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन मोबाइल के जरिए भी किया जा सकता है. आइए स्टेप बाई स्टेप रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया जानते हैं.
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एमएसपी गेहूं खरीद प्रक्रिया यदि किसान घर बैठे आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए किसानों को नीचे दी गई स्टेप्स को फॉलो करना होगा. क्या हैं वो स्टेप्स आइए जानते हैं.
इस साल एमएसपी गेहूं खरीद प्रक्रिया के लिए सरकार द्वारा कुछ नए नियम बनाए गए हैं. इनके आधार पर किसानों का पंजीकरण किया जाएगा. गेहूं का पंजीयन फसल, गिरदावरी में दर्ज रकबा और भू-अभिलेख में दर्ज किसान के नाम के आधार पर किया जाएगा. पंजीयन से पहले किसान भाई गिरदावरी की जानकारी का मिलान एमपी किसान एप से कर लें. किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर पंजीयन से पूर्व राजस्व विभाग से गिरदावरी में आवश्यक सुधार करा लें.
किसान के पास जमीन के कागज की फोटो कॉपी, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, बैंक खाते से जुड़ा आधार कार्ड होना चाहिए. अगर आधार कार्ड लिंक नहीं है तो भुगतान अटक सकता है. रजिस्ट्रेशन के लिए जमीन के रिकॉर्ड में दर्ज खाता, खसरा और आधार कार्ड का मिलान करना जरूरी है. किसी भी गलत जानकारी की स्थिति में सुधार तहसील कार्यालय में किया जाएगा.
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