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Shrimp: उत्तर भारत के चार राज्यों में झींगा बाजार के लिए मेगा प्लान पर हो रहा है काम, पढ़े डिटेल 

Shrimp: उत्तर भारत के चार राज्यों में झींगा बाजार के लिए मेगा प्लान पर हो रहा है काम, पढ़े डिटेल 

केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला का कहना है कि झींगा उत्पादन को बढ़ाने और सभी तरह की सुविधाएं एक जगह मिलें इसके लिए हमारी हरियाणा सरकार के साथ बातचीत चल रही है. हरियाणा सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है. 

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झींगा उत्पादन बढ़ाने की कोश‍िश में जुटी हर‍ियाणा सरकार (Photo-Manoj Sharma).  झींगा उत्पादन बढ़ाने की कोश‍िश में जुटी हर‍ियाणा सरकार (Photo-Manoj Sharma).

भारतीय झींगा की गुणवत्ता और इंटरनेशनल मार्केट में उसकी डिमांड को देखते हुए केन्द्र सरकार ने झींगा का उत्पादन बढ़ाने पर काम शुरू कर दिया है. गुजरात और दक्षिण भारत के कई राज्यों  समेत उत्तर भारत के चार राज्यों में झींगा उत्पादन हो रहा है. ये बात अलग है कि उत्तर भारत के चार राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में झींगा उत्पादन अभी बहुत कम है. इसी उत्पादन को बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार इन चार राज्यों में काम कर रही है. उत्पादन बढ़ाने के साथ ही झींगा के लिए बाजार तैयार करने की योजना पर भी काम चल रहा है. 

किसान तक से हुई बातचीत के दौरान खुद केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने ये भी बताया कि कैसे झींगा पालन को इन राज्यों में रोजगार का साधान बनाया जाएगा. 

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चार राज्यों के लिए ऐसे बन रही है झींगा पालन की योजना 

केन्द्रीय मत्स्य विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी सागर मेहरा ने किसान तक को बताया कि बाजार हमेशा प्रोडक्ट‍ से तैयार होता है. इसलिए पहले राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में झींगा उत्पादन पर काम किया जा रहा है. जल्द ही वहां बेकार पड़ी करीब 58 हजार हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल झींगा पालन के लिए किया जाएगा. इस जमीन की मिट्टी और पानी खारा है. इस तरह की स्थिति झींगा के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते हैं. जब उत्पादन भरपूर होने लगेगा तो फिर वहां झींगा के बीज, फीड, दवाई और प्रोसेसिंग यूनिट की सुविधा भी मिलने लगेगी. 

अभी क्योंकि वहां उत्पादन कम है, लेकिन संभावनाएं बहुत हैं तो उत्पादन बढ़ते ही ये सारी सुविधाएं भी झींगा पालकों को मिलने लगेंगी. इस मामले में प्रोसेसिंग यूनिट को लेकर हमारी तैयारी चल रही है. एक बार उत्पादन शुरू हो गया तो फिर प्रोसेसिंग यूनिट को भी उसकी जरूरत के मुताबिक माल मिलने लगेगा. 

सरकार के इस कदम पर क्या बोले झींगा एक्सपर्ट 

झींगा एक्सपर्ट डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि झींगा उत्पादन बढ़ाने को लेकर सरकार का अच्छा कदम है. आज हम टेक्नोलॉजी और संसाधन के मामले में इतने सक्षम है कि डिमांड के हिसाब से कभी भी झींगा उत्पादन बढ़ा सकते हैं. लेकिन सवाल ये है कि उत्पादन बढ़ने पर हम उस झींगा को लेकर कहां जाएंगे. ये सवाल सिर्फ उत्तर भारत के चार राज्यों के लिए ही नहीं है. जहां-जहां भी झींगा उत्पादन हो रहा है वो इस सवाल के साथ जुड़ा हुआ है.

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सबसे पहले जरूरत इस बात की है कि झींगा का लोकल बाजार तैयार किया जाए. इंटरनेशनल मार्केट के लिए चीन और अमेरिका के अलावा भी दूसरे ग्राहक तलाशे जाएं. झींगा का प्रचार-प्रसार किया जाए. लेकिन ये अकेले सरकार पर नहीं छोड़ा जा सकता है. इसके लिए झींगा सेक्टर से जुड़े सभी लोग जैसे, उत्पादक, हैचरी, फीड, प्रोसेसिंग यूनिट और फार्मा वालों को साथ मिलकर आना होगा.