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जयपुर में 13 एवं 14 मार्च को आयोजित होगा 'राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव'

जयपुर में 13 एवं 14 मार्च को आयोजित होगा 'राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव'

प्रदेश में 13 और 14 मार्च को राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव का आयोजन किया जा रहा है. कॉनक्लेव का आयोजन कृषि विपणन विभाग की ओर से जयपुर के दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में होगा.

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जयपुर में 13 व 14 को होगा राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव जयपुर में 13 व 14 को होगा राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव

प्रदेश में 13 और 14 मार्च को 'राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव' का आयोजन किया जा रहा है. कॉनक्लेव का आयोजन कृषि विपणन विभाग की ओर से जयपुर के दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में होगा. कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे. जयपुर में होने वाले इस मिलेट्स कॉनक्लेव में मोटे अनाज में काम करने वाले कई स्टार्टअप हिस्सा लेंगे. दिनेश कुमार ने बताया कि कॉनक्लेव में मिलेट्स स्टार्ट अप्स एवं कृषि प्रसंस्करण के 100 से अधिक स्टॉल लगाये जाएंगे. इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिलेट्स के महत्व के बारे में जागरूकता आएगी. 

ज्वार और बाजरे के लिए अनुकूल है राजस्थान की जलवायु

राजस्थान मिलेट्स के लिए काफी अनुकूल राज्य है. यहां ज्वार, बाजरा काफी अच्छी मात्रा में उगाया जाता है, क्योंकि इनकी खेती के लिए कम पानी की जरूरत होती है. साथ ही कीट एवं बीमारियों के प्रकोप से भी यह फसल कम प्रभावित होती है. बाजरा उत्पादन में राजस्थान का देश में पहला स्थान है. 

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मिलेट्स में होते हैं पोषक तत्व

मोटे अनाज में अन्य अनाजों की तुलना में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. गेहूं और चावल की अपेक्षा बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो, कुटकी और सांवा में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी कॉम्पलेक्स और खनिज भरपूर होने के कारण इनको चमत्कारी अनाज के रूप में स्वीकार किया गया है.

मोटा अनाज सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होता है. बाजरे में लौह लवण काफी मात्रा में होते हैं. इसलिए यह शरीर में खून की कमी को दूर करता है. वहीं ज्वार शरीर की हड्‌डियों के लिए अच्छी मात्रा में कैल्शियम, खून के लिए फॉलिक एसिड के अलावा कई अन्य पोषक तत्वों की पूर्ति करता है. इसी तरह से रागी एकमात्र ऐसा मोटा अनाज है जिसमें  कैल्शियम की मात्रा भरपूर मात्रा में पाई जाती है. 

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2023 है अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है. यह प्रस्ताव भारत ने ही दिया जिस पर 72 देशों ने प्रस्ताव पर सहमति दी. इसी के तहत कृषि विपणन विभाग द्वारा ’राजस्थान मिलेट्स कॉनक्लेव’ का आयोजन  किया जा रहा है. भारत सरकार ने भी आम बजट में मोटे अनाजों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए श्री अन्न योजना शुरू की है. साथ ही देशभर में मोटे अनाजों को प्रमोट करने के लिए कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. 

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