जून महीने में राजस्थान के तीन शहरों में करीब 90 हजार किसान जमा हो रहे हैं. किसान अपनी किसी भी तरह की समस्या का निराकरण करवा सकते हैं. साथ ही खेती में आ रहे बदलावों के बारे में भी समझ सकते हैं. दरअसल, राजस्थान सरकार की ओर से जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में किसान मेले जून के महीने में लगाए जा रहे हैं. इनमें जयपुर का किसान मेला राज्य स्तर का होगा. वहीं, जोधपुर और उदयपुर का मेला संभाग स्तर पर लगाया जाएगा. जयपुर में 50 हजार तो जोधपुर और उदयपुर में 20-20 हजार किसान इन मेलों में शामिल होंगे.
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 16 से 18 जून तक जयपुर के जेईसीसी, सीतापुरा में राज्य स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही 23-24 जून को उदयपुर और 30 से एक जुलाई तक जोधपुर में संभाग स्तरीय किसान मेले लगाए जा रहे हैं.
इन तीनों मेलों में करीब 90 हजार किसान शामिल होंगे. मेलों की तैयारी के संबंध में कृषि एवं उद्यानिकी शासन सचिव, डॉ. पृथ्वी की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन में बैठक भी हुई है. बैठक में शासन सचिव ने मेले में की जा रही तैयारियों की कमेटियों के संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और आयोजन में आ रही समस्याओं के जल्द निस्तारण के लिये दिशा-निर्देश दिए.
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शासन सचिव डॉ. पृथ्वी ने कहा कि राजस्थान में कृषि उत्पादकता और किसानों को नई से नई तकनीकों से रूबरू करवाने के लिए राज्य सरकार किसान मेलों का आयोजन कर रही है. इन मेलों में कृषि, प्रौद्योगिकी और व्यापार के क्षेत्र में लोगों को एक मंच पर लाया जाएगा. इससे कृषि और संबंधित क्षेत्रों में समावेशी विकास होगा. मेलों में खेती, प्रौद्योगिकी, कृषि विषय के शिक्षाविदों और नीति सहित सभी क्षेत्र के हितधारकों को स्थिरता और आर्थिक व्यवहारिता में सुधार की प्रक्रिया के लिए अपने विचार पेश कर पाएंगे.
इसके अलावा राजस्थान के कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि तीन-दिवसीय मेले में नई तकनीकें किसानों को सिखाई जाएंगी. इन तकनीक के मदद से किसान कम लागत में अधिक आय प्राप्त कर पाएंगे. आय बढ़ेगी तो किसान आर्थिक रूप से मजबूत होगा.
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कृषि आयुक्त ने बताया कि मेले का उद्देश्य किसानों को नई से नई तकनीक की जानकारी देना है. साथ ही आधुनिक कृषि पद्धतियों का प्रचार, कृषि क्षेत्र में नये विचारों और उद्यमशीलता के साथ-साथ कई तरह के स्टार्टअप भी आएंगे. इससे ग्रामीण स्तर के किसान खेती में नई टेक्नोलॉजी को अपनाएंगे. सरकार इसमें उनका पूरा सहयोग कर ही रही है.
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