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जौनपुर के पराऊगंज गांव पहुंचा किसान कारवां, किसानों को अपनी आय दोगुनी करने की दी गई सलाह 

जौनपुर के पराऊगंज गांव पहुंचा किसान कारवां, किसानों को अपनी आय दोगुनी करने की दी गई सलाह 

कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित जिले के प्रगतिशील किसान इंद्रसेन सिंह ने बताया कि किस प्रकार से प्राकृतिक संसाधनों से खेती करने से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है. उन्होंने कहा कि किसान अपनी आमदनी दोगुनी तभी कर सकता है जब वह साल में कम से कम तीन से चार फसल उपजाए. सिंह ने कहा कि वह खुद साल में दो बार मक्के की खे

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जौनपुर पहुंचा किसान कारवां जौनपुर पहुंचा किसान कारवां

इंडिया टुडे ग्रुप के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक का किसान कारवां आज दूसरे दिन मेरठ, मुजफ्फरनगर, बरेली सीतापुर, सिद्धार्थनगर होते हुए जौनपुर के पराऊगंज गांव पहुंचा. किसानों के इस कारवां में सैकड़ों महिलाएं, बच्चे और किसान शामिल हुए. इंडिया टुडे ग्रुप के डिजिटल प्लेटफॉर्म स्वराज ट्रैक्टर, अनमोल बिस्कुट, धानुका एग्रोटेक और किसान तक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि विशेषज्ञ ज्ञानेश्वर मिश्रा ने मिट्टी की कटाई कर कम लागत में अधिक फसल कैसे प्राप्त करें, इस पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि कीटनाशकों का छिड़काव करते समय इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि रसायन के छिड़काव से मित्र कीट समाप्त हो रहे हैं या नहीं. साथ ही जैविक खेती पर भी विशेष जोर दिया गया.

प्राकृतिक संसाधनों से खेती करने का तरीका 

कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित जिले के प्रगतिशील किसान इंद्रसेन सिंह ने बताया कि किस प्रकार से प्राकृतिक संसाधनों से खेती करने से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है. उन्होंने कहा कि किसान अपनी आमदनी दोगुनी तभी कर सकता है जब वह साल में कम से कम तीन से चार फसल उपजाए. सिंह ने कहा कि वह खुद साल में दो बार मक्के की खेती करते हैं. इसके अलावा दलहन और तिलहन फसल की खेती भी करते हैं. उन्होंने श्री अन्न जैसे ज्वार, बाजरा, मक्का, सावा, कोदो आदि मोटे अन्न की पैदावार करने पर भी जोर दिया. 

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असली और नकली कीटनाशकों का फर्क

पूर्व ब्लाक प्रमुख और साधन संपन्न किसान संदीप सिंह ने किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोगों को कहा. स्वराज ट्रैक्टर की चरचा करते हुए उन्होने कहा कि बड़े ही हर्ष बात है कि स्वराज ट्रैक्टर को 50 वर्ष पूरे हो गए जबकि उनकी उमर 47 साल है. उनके जन्म के पहले से ही उनके यहां स्वराज ट्रैक्टर से खेती की जा रही है. इस दौरान धानुका एग्रोटेक वाराणसी से आए संजय सिंह ने फसलों को रासायनिक दवाओ के छिड़काव करने और असली रासायनिक दवाओं के इस्तेमाल करने की सलाह दी. उन्होने कहा कि जानकारी के अभाव में किसान कभी-कभी डुप्लीकेट दवाओं का प्रयोग करके फसल और जमीन दोनों की उर्वरा शक्ति को नष्ट कर देते हैं. 

मिट्टी परीक्षण की जानकारी
मिट्टी परीक्षण की जानकारी

स्वराज कंपनी ने किया किसानों को जागरूक

स्वराज ट्रैक्टर कंपनी से आए अधिकारी ने स्वराज ट्रैक्टर के कृषि और व्यावसायिक प्रयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित किया. उन्होंने किसानों को जागरूक करते हुए कंपनी की ओर से नए मॉडल के स्वराज ट्रैक्टर के बारे में जानकारी दी.

बताया गया असली और नकली कीटनाशकों का फर्क
बताया गया असली और नकली कीटनाशकों का फर्क

महिला किसानों और बच्चों को किया गया पुरस्कृत

किसान तक कारवां के कार्यक्रम में क्षेत्र के वयोवृद्ध किसान बैजनाथ यादव और उन्नतशील किसान प्रदीप सिंह ने कहा कि यह गांव का सौभाग्य है कि किसान तक, स्वराज ट्रैक्टर और धानुका एग्रोटेक कंपनियों द्वारा इस तरह का कार्यक्रम गांव स्तर पर आयोजित किया जा रहा है. ऐसे आयोजनों से किसने को जानकारियां मिलेंगी. जिसके बल पर किसान अपनी आय दोगुनी कर सकता है. इस कार्यक्रम में आइ दुर्गावती देवी, उर्मिला देवी, राधा देवी और धर्मा देवी ने कहा कि किसान तक के आयोजन से हम लोगों को काफी जानकारी मिली है. हम लोग जैसी घरेलू महिलाएं भी अचार, मुरब्बा, पापड़, चिप्स आदि घर में बनाकर अपनी आय बढ़ा सकती हैं.  इस मौके पर धानुका एग्रोटेक और स्वराज ट्रैक्टर द्वारा क्विज के माध्यम से कई महिला किसानों और बच्चों को पुरस्कृत किया गया.

किसान कारवां का आयोजन यूपी सरकार के सहयोग से किया जा रहा है. इस पूरे कारवां में एसोसिएट पार्टनर के तौर पर अनमोल, धानुका और स्वराज जुड़े हुए हैं. (राज कुमार सिंह की रिपोर्ट)