हरियाणा के सिरसा में बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले 110 दिनों से धरना जारी है. बीमा क्लेम की मांग को लेकर गांव नारायण खेड़ा में जलघर की डिग्गी पर भी चार किसान चढ़े हुए हैं. वहीं इसको लेकर किसानों ने आमरण अनशन भी किया. साथ ही बुधवार को किसानों ने नेशनल हाईवे पर भावदीन टोल प्लाजा को जाम कर दिया. सैकड़ों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रालियों को नेशनल हाईवे पर खड़ा कर दिया और वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी. इसके बाद उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही किसानों के खातों में बीमा क्लेम का पैसा आना शुरू हो जाएगा.
सिरसा के उपायुक्त (डीसी) ने किसानों से संयम रखने की अपील की और कहा कि उन्हें फसल बीमा का पैसा जल्द दिलाया जाएगा. इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि दिल्ली की बीमा कंपनी के अधिकारियों से लगातार बातचीत जारी है. इसके सकारात्मक नतीजे भी मिलेंगे. इसलिए किसान रोड जाम करने जैसे कदम न उठाएं.
सिरसा के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने भावदीन के निकट रोड जाम कर रहे किसानों से अपील की है कि जल्द ही बीमा क्लेम की राशि उनके खातों में आ जाएगी. इसको लेकर बीमा कंपनी के अधिकारियों से वार्ता जारी है. इसलिए किसान जल्दबाजी करने की बजाए संयम रखें. डीसी ने किसानों से कहा कि जल्द ही सकारात्मक परिणाम आएंगे और जिले के जितने भी किसानों का क्लेम बाकी है, सभी को पैसा जारी किया जाएगा.
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सिरसा में किसानों का करीब 650 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम बकाया है. इसको लेकर किसानों का कहना है कि सरकार और बीमा कंपनियां कंप्यूटर पर एक क्लिक से बीमा प्रीमियम की राशि तो काट लेती हैं, लेकिन जब फसलें खराब होती हैं तो क्लेम लेने के लिए किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ता है.
किसानों ने कहा कि दो-दो तीन-तीन साल तक बीमा क्लेम नहीं मिलता. अब लगातार धरने प्रदर्शन के बाद कुछ गांवों के किसानों को बीमा क्लेम मिलना शुरू हुआ है, लेकिन यह नाकाफी है. जिले के जितने गांवों में प्राकृतिक आपदा से फसलें खराब हुई हैं, उन सभी गांव के किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए. नहीं तो धरना प्रदर्शन यूं ही जारी रहेगा.
दरअसल किसानों की 2022 में खरीफ सीजन में खराब हुई फसल का बीमा क्लेम अभी तक नहीं मिला है जबकि किसानों के खातों से 2022 में ही बीमा का प्रीमियम काट लिया गया था. इसे लेकर पिछले 110 दिन से हरियाणा के सिरसा के नाथूसरी चौपटा में किसानों का आंदोलन चल रहा है. दूसरी ओर पिछले 14 दिनों से सिरसा के गांव नारायणखेड़ में वाटर वर्क्स की टंकी पर चढ़कर किसानों ने अपना विरोध जताया है. जब सरकार ने किसानों की नहीं सुनी तो बुधवार को किसानों का गुस्सा सरकार पर फूट पड़ा और टोल प्लाजा को जाम कर दिया.
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