मीट से जुड़ा कोर्स भी अब आपको नौकरी दिला सकता है. विदेशों में मीट की डिमांड बढ़ रही है. जिसके चलते देश में स्लॉटर हाउस की संख्या लगातार बढ़ रही है. इतना ही नहीं मीट प्रोडक्ट से भी जुड़े इस कोर्स को करने के बाद आप अपना बिजनेस शुरू कर मोटी कमाई कर सकते हैं. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्था न (सीआईआरजी), मथुरा सितम्बर में ये कोर्स शुरू कर रहा है. ये देश का दूसरा संसथान है जो मीट से जुड़ा कोर्स करा रहा है. इसके अलावा नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन मीट, हैदराबाद भी मीट से जुड़े कोर्स कराता है.
इतना ही नहीं मीट खाने वालों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे लोग चाहते हैं कि बहुत ही साफ-सफाई अपनाने वाली दुकान से मीट खरीदा जाए. स्लॉटरिंग के दौरान सफाई रखने के लिए क्या उपाय अपनाए जाएं ये भी इस कोर्स में सिखाया जाएगा.
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सीआईआरजी द्वारा कराए जा रहे इस कोर्स का नाम बकरे की स्वच्छ तरीके से स्लॉटरिंग और वैल्यू एडेड मीट प्रोडक्ट प्रोससिंग है. सीआईआरजी ने कोर्स की फीस पांच हजार रुपये रखी है. ये पांच दिन का कोर्स है. इस कोर्स का बैच सिर्फ 15 लोगों का होगा. कोर्स 11 सितम्बर से लेकर 15 सितम्बर तक चलेगा. कोर्स के लिए आवेदक को कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है. कोर्स से संबंधित आवेदन लिए जा रहे हैं.
कोर्स से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए ईमेल आईडी arun.lpt2003@gmail.com और मोबाइन नंबर 9719117100 पर संपर्क किया जा सकता है. कोर्स सीआईआरजी के मथुरा, यूपी स्थिनत संस्थारन में ही कराया जाएगा. कोर्स करने के लिए आवेदक संस्थाेन के गेस्टू हाउस और हॉस्टाल में भी रुक सकते हैं. या फिर अपनी सुविधानुसार आगरा-मथुरा में भी रुक सकते हैं.
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एक बकरे की स्लॉटरिंग कैसे करनी है. जहां बकरे की स्लॉटरिंग होनी है वहां किस तरह की साफ-सफाई रखनी है. जो व्यक्ति स्लॉसरिंग करेगा उसे क्या पहनना है और खुद की साफ-सफाई के कौन से मानक पूरे करने हैं. बकरे को कैसे काटा जाएगा, किस तरह से उसके पीस किए जाएंगे, ये भी बताया जाएगा. ये वो काम है जो बड़े-बड़े स्लॉटर हाउस में भी होते हैं और बाजारों में खुलीं मीट की छोटी दुकानों पर भी. दुकानों पर मीट बेचने वाले भी इस कोर्स को कर सकते हैं. ऐसे ही ट्रेंड लोगों की स्लॉटर हाउस को भी जरूरत होती है.
कोर्स के दौरान मीट के कौन-कौनसे और कितने प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं ये भी सिखाया जाएगा. बाजार में बिकने वाले और मीट से बनने वाले स्नैक्स जैसे सींक कबाब, शामी कबाब और फ्राई मीट आदि को कैसे बनाया जाए ये भी बताया जाएगा.
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