मुर्गियों को खिलाए जाने वाले फीड में शामिल अनाज की एमएसपी तय है. पोल्ट्री फार्म में लगे बिजली कनेक्शन का बिल के साथ पहले से फिक्स महीने का चार्ज देना है. अगर कुछ तय नहीं है तो वो है अंडे के रेट. ये कहना है कुक्कु ट विकास समिति यूपी के अध्यक्ष बीपी सिंह का. उन्होंने किसान तक से बातचीत के दौरान खुलासा किया है कि सरकार ने खुद भी तय कर बताया है कि एक अंडे की लागत कितनी आती है. इसी साल जनवरी में यूपी सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है. बावजूद इसके पोल्ट्री फार्मर को लागत से भी कम रेट पर अंडा बेचना पड़ रहा है.
जब पोल्ट्री फार्मर ने सरकार को अंडे की लागत के आधार पर रेट तय करने की मांग की तो उस पर सुनवाई नहीं हो रही है. समिति की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. यहां तक की मांग पत्र के जवाब में भी कोई पत्र नहीं भेजा गया है. इसके चलते पोल्ट्री फार्मर अब आरपार की लड़ाई के मूड़ में हैं. पोल्ट्री संचालक सितम्बर के लिए आंदोलन की भूमिका बना रहे हैं.
ये भी पढ़ें- बाजार में लगातार दो महीने गिरेंगे अंडे के दाम, मुसीबत में आए कारोबारी, जाने वजह
अध्य्क्ष बीपी सिंह का कहना है कि हमने बरेली स्थित केन्द्र सरकार के पक्षी संस्थान में एक प्रस्ताव भेजा था. प्रस्ताव में मांग की गई थी कि बाजार के मौजूदा हालात के हिसाब से अंडे की लागत निकाल कर बता दी जाए. इसी दौरान जनवरी 2023 में यूपी सरकार ने भी नोटिफिकेशन के माध्यम से अंडे की लागत 4.5 रुपये प्रति अंडा बता दी है. हमारी मांग बस इतनी सी है कि जो भी लागत अंडे की आ रही है उस पर पोल्ट्री फार्मर को 20 फीसद का मुनाफा दे दिया जाए. साथ ही हर तीन महीने पर लागत निकाल ली जाए.
ये भी पढ़ें- Egg: अंडे के बारे में एक गलतफहमी दूर होने से पोल्ट्री कारोबार में बरसने लगेगा पैसा, जानें डिटेल
पोल्ट्री एक्सपर्ट अनिल शाक्या ने किसान तक को बताया कि जब यूपी का पोल्ट्री फार्मर यूपी में बिकने वाले फीड और दवाई पर अंडे का कारोबार कर रहा है तो फिर उसका अंडा बरवाला, हरियाणा के रेट पर क्यों बिके. जब यूपी सरकार ने खुद माना है कि 24 रुपये किलो फीड के हिसाब से एक अंडे की लागत 4.5 रुपये आ रही है तो फिर मौजूदा वक्त में 27 रुपये किलो का फीड खिलाने के बाद यूपी वाले बरवाला के रेट पर अंडा क्यों बेचें. जबकि बरवाला में अंडा लागत रेट से बहुत नीचे जाकर 3.70 और 3.80 का अंडा बिक रहा है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today