बिहार के बक्सर जिले के चौसा से शुरू हुए किसान आंदोलन ने अब तूल पकड़ लिया है. आंदोलन करने वाले किसानों को अब भाजपा का साथ मिला है. जिसके तहत बिहार की राजधानी पटना में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे मौन उपवास कर धरने पर बैठ गए, जिसके बाद उन्हें बिहार के तमाम दिग्गज भाजपा नेताओं का साथ मिला. चौबे को धरना स्थल पर समर्थन देने पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, विधानसभा प्रतिपक्ष नेता विजय सिन्हा, विधान परिषद के प्रतिपक्ष नेता सम्राट चौधरी सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल मौजूद रहे.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे तमाम भाजपा के बड़े सहयोगी नेताओं के साथ मौन उपवास के साथ धरने पर बैठ गए. उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि किसान अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए. दरअसल बक्सर जिले के चौसा में थर्मल पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण की गई थी. किसानों का आरोप है कि उन्हें बाजार भाव से कम मुआवाज दिया रहा है. इस मांग को लेकर किसान पिछले 2 महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे थे, जिस पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद यह आंदोलन उग्र हो गया.
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इसके बाद किसानों ने पावर प्लांट में तोड़- फोड़ कर आग लगा दी. साथ ही पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव और आगजनी की उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. किसानों का समर्थन करते हुए भाजपाई नेताओं ने कहा कि किसानों को बाजार भाव से ही उनकी जमीन का मुआवजा मिलना चाहिए. इतना ही नहीं समस्या का समाधान न होने पर उन्होंने कंपनी और सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दे दी है.
इस आंदोलन के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा नेता चाैबे ने कहा कि सरकार किसानों की बात को अनसुना कर रही है. अपने आप को जेपी आंदोलन का सिपाही बताने वाले नीतीश कुमार किसानों की समस्या से दूर भाग रहे हैं. सरकार की मनमानी पर आवाज उठाने वालों पर लाठीचार्ज करवाते हैं. इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश महागठबंधन के साथ गए हैं उनकी सोच भी हिटलर की तरह हो गई है.
विधान परिषद के प्रतिपक्ष नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 9 सालों से जमीनों का सर्किल रेट नहीं बढ़ाया है. इसी के चलते आज अन्नदाता अपनी हक की बात करते हैं. तो उनके परिवार पर लाठीचार्ज किया जाता है. केंद्र सरकार किसानों को उचित मुआवजा देने को तैयार है. लेकिन, राज्य सरकार नहीं चाहती हैं कि बक्सर के किसानों को आज के रेट पर मुआवजा दिया जाए. वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि राज्य के किसान खाद की समस्या से परेशान हैं. लेकिन, प्रदेश की सरकार समस्या हल करने की जगह केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगा रही हैं.
SJVN (सतलुज जल विद्युत निगम) कंपनी को निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट को रेलवे कॉरिडोर एवं वाटर पाईप लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की जानी है, लेकिन राज्य सरकार के द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजे की रकम 2022 की जगह 2013 के न्यूनतम मूल्य रजिस्टर (एमवियार) के सर्किल रेट से दी जा रही है. इसके विरोध में किसान तीन महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसको लेकर बीते बुधवार को थर्मल पावर प्लांट पर कुछ उपद्रवियों द्वारा आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था.
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