ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने बुधवार को कृषक दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना (CM-KISAN) के तहत 1,025 करोड़ रुपये की राशि 51 लाख किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट ट्रांसफर की. मुख्यमंत्री ने ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फार्म पर आयोजित समारोह में यह रकम जारी की. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव भी मौजूद रहे.
इस बार योजना की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि पहली बार शहरी क्षेत्र के 25,000 किसानों को भी इसका फायदा मिला. लाभार्थियों में छोटे, सीमांत, भूमिहीन और आदिवासी किसान शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने ‘अखी मुथी अनुकूला’ और भूमि पूजन अनुष्ठान में भी हिस्सा लिया.
मुख्यमंत्री ने मंच से कहा, सरकार अब सिर्फ ग्रामीण नहीं, शहरी किसानों तक भी मदद पहुंचा रही है. हर किसान को 2,000 रुपये की मदद खरीफ सीजन की तैयारी के लिए दी गई है, जिससे वे बीज, खाद और अन्य जरूरी सामग्री खरीद सकें. सरकार इस योजना के तहत साल में दो बार 4,000 की सहायता देती है, एक बार अक्षय तृतीया के मौके पर और दूसरी बार नुआखाई के समय.
बता दें, 8 सितंबर, 2024 को राज्य सरकार ने सीएम-किसान योजना शुरू की थी, जिससे लगभग 46 लाख किसान लाभान्वित हुए थे.
मुख्यमंत्री मांझी ने कहा, मैं खुद किसान परिवार से हूं. कॉलेज के दिनों में पिता के साथ खेतों में काम किया है, इसलिए किसानों की मेहनत और जरूरत को दिल से समझता हूं. हमने वादा किया था और निभाया 3,100 का MSP दिया. 2024 में राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद से प्रशासन किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. पिछली सरकार ने MSP के लिए विधानसभा में सिर्फ प्रस्ताव लाकर चुप्पी साध ली थी. हमने वादा किया था, अपनी बात रखी और 3100 रुपए MSP दिया.
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले 5 सालों में सरकार 15 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई सुविधा से जोड़ने की योजना पर काम करेगी. इस योजना पर करीब 1 लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा.
इसके अलावा, हर सबडिविजन में कोल्ड स्टोरेज बनाने और किसानों को मछली पालन, पशुपालन, मुर्गी पालन और बत्तख पालन जैसे विविध स्रोतों से आय बढ़ाने के लिए सब्सिडी और सहायता दी जाएगी.
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