मध्य प्रदेश में इस समय खाद लेने के लिए किसानों को टोकन दिए जा रहे है. खाद का टोकन लेने के लिए खरीद केंद्रों में किसानों की लंबी लाइन लग रही है. ऐसे में प्रदेश के नर्मदापुरा के इटारसी में एक खाद केंद्र का वीडियो वायरल हुआ है. जहां पर खाद का टोकन लेने के लिए लाइन में खड़े और इस दौरान किसानों के बीच झगड़ा हुआ है. जहां पर मामला इतना बढ़ गया कि किसानों को संभालने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा. इस दौरान किसानों को पुलिस ने किसानों की पिटाई भी की है.
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स में पोस्ट किया है जिसमें लिखा है, यह मध्य प्रदेश है और यहां है किसान विरोधी भाजपा सरकार. जिसके पास किसानों के लिए है लाठियां और गोलियां हैं. दरअसल यह पूरा मामला नर्मदापुरा के इटारसी कृषि उपज मंडी का है. जहां पर डीएपी रैक आने का किसान इंतजार कर रहे थे. रैक आने के बाद खाद लेने के लिए किसान टोकने लेने के लिए लाइन में खड़े थे. लेकिन टोकन वितरण के दौरान किसानों के बीच धक्का मुक्की के हालात बन गए.
ये भी पढ़ेंः सब्जियों की फसल को इन कीटों और रोगों से बचाएं किसान, अपनाएं ये आसान तरीके
जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. पुलिस को भीड़-भाड़ को संभालने किसानों पर हौज पाइप चलाने पड़ा. इस दौरान कृषि उपज मंडी पर मौजूद लोगों ने किसानों के बीच हुई मारपीट और पुलिस द्वारा व्यवस्था संभालने के लिए हौज पाइप से पीटने का वीडियो बना लिया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. आपको बता दे कि टोकन लेने के लिए किसानों को लंबे समय तक लाइन में लगना पड़ रहा है.
वीडियो वायरल होते ही मध्य प्रदेश कांग्रेस हरकत में आ गई और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने राज्य सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया. एमपी कांग्रेस ने एक्स पर लिखा कि यह मध्यप्रदेश है और यहां है किसान विरोधी भाजपा सरकार, जिसके पास किसानों के लिए है लाठिया और गोलियां !! एक तो खाद की मारामारी, ऊपर से लाइन में लगकर खाद ले रहे किसानों पर इटारसी में पुलिसिया लाठीचार्ज। हर मोर्चे पर विफल इस सरकार को जाने कब होश आएगा ?
ये भी पढ़ेंः पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान में जल रही है पराली पर दिल्ली में प्रदूषण पर है नियंत्रण, जानें क्यों
वहीं इस पूरे मामले पर इटारसी थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला ने बताया की किसानों के बीच विवाद की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. किसानों की संख्या काफी अधिक थी. जिस वजह से आपस में किसान झगड़ने लगे थे. फिर इसके बाद स्थिति संभालने के लिए पुलिस कर्मियों को भेजा गया था. ताकि किसान अच्छे से लाइन में लगकर आराम से टोकन ले सके. (पीताम्बर जोशी की रिपोर्ट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today