यूपी में आलू प्लांट पर 750 करोड़ रुपये और खर्च होंगे, किसानों की उपज और आय बढ़ाने में मिल रही मदद 

यूपी में आलू प्लांट पर 750 करोड़ रुपये और खर्च होंगे, किसानों की उपज और आय बढ़ाने में मिल रही मदद 

वेव ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि हमने नई तकनीको के जरिए किसानों का आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है. पिछले 3-4 साल में इन किसानों की आमदनी में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. आलू प्लांट के विस्तार से लगभग 2500 किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है.

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यूपी में आलू प्लांट पर 750 करोड़ रुपये और खर्च होंगे, किसानों की उपज और आय बढ़ाने में मिल रही मदद वेव ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रॉसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ावा देने की जरूरत है.

उत्तर प्रदेश में स्थापित एग्रिस्टो मासा पोटेटो प्रॉसेसिंग प्लांट की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए वेव ग्रुप (Wave Group) 750 करोड़ रुपये निवेश करेगा. इस रकम से प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ ही इसे विकसित किया जाएगा. वेव ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रॉसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ावा देने की जरूरत है. यह प्लांट 2022 में शुरू किया गया था और इसमें आलू से फ्रेंच फ्राइज समेत दूसरे उत्पाद बनाए जाते हैं. 

वेव ग्रुप की फर्म मासा ग्लोबल फूड प्राइवेट लिमिटेड और बेल्जियम की एग्रिस्टो कंपनी की सहायक फर्म IMSTONV ने 2019 में डिहाइड्रेटेड आलू के फ्लेक्स बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के बिजनौर में ज्वाइंट वेंचर के तहत आलू प्रॉसेसिंग प्लांट लगाया है. इस ज्वाइंट वेंचर का नाम एग्रिस्टो मासा प्राइवेट लिमिटेड है और इसमें दोनों कंपनियों की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी है. प्लांट को 2022 में 7500 टन की सालाना कैपेसिटी के साथ शुरू किया गया था. बता दें कि वेव ग्रुप की कई चीनी मिलें भी हैं और यह रियल एस्टेट सेक्टर में भी कारोबार करता है. 

आलू प्लांट के विस्तार पर 750 करोड़ और खर्च होंगे 

पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में वेव ग्रुप के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा कि भारतीय फूड प्रॉसेसिंग सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रॉसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम बिजनौर में एक्सपोर्ट क्वालिटी वाले फ्रेंच फ्राइज के लिए एक नई प्रोडक्शन लाइन स्थापित कर रहे हैं. इस विस्तार पर कुल निवेश लगभग 750 करोड़ रुपये होगा. उन्होंने कहा कि ज्वाइंट वेंचर ने मौजूदा प्लांट की स्थापना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिससे कुल निवेश 1000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. 

3 साल में किसानों की आमदनी 50 फीसदी बढ़ी 

वेव ग्रुप के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा कि 80,000 टन सालाना क्षमता वाली नई प्रोडक्शन लाइन अगले दो साल में चालू हो जाएगी और इससे घरेलू के साथ ही वैश्विक बाजारों की जरूरतों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और गन्ने के अलावा उनकी नकदी फसल में विविधता लाना है. हमने नई तकनीकों की मदद से इन किसानों को आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है. पिछले 3-4 साल में इन किसानों की आमदनी में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने कहा कि आलू प्लांट में निवेश बढ़ाने और विस्तार करने के फैसले से लगभग 2,500 किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है. 

किसानों की आलू उपज बढ़कर 32 टन प्रति हेक्टेयर पहुंची 

वेव ग्रुप के पास बिजनौर क्षेत्र में पहले से ही दो चीनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं और वे किसानों से गन्ना खरीद रहे हैं. चेयरमैन ने कहा कि ज्वाइंट वेंचर फर्म के जरिए स्थापित आलू प्रॉसेसिंग प्लांट ने इस क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने में मदद की है. उन्होंने कहा कि हम किसानों को आलू उत्पादन के लिए अच्छी क्वालिटी वाले बीज, कृषि मशीनें उपलब्ध कराने में मदद कर रहे हैं. यहां किसानों का आलू का प्रोडक्शन 17 टन प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 32 टन प्रति हेक्टेयर हो गया है. हम किसानों से बहुत ही लाभकारी मूल्य पर सभी आलू भी खरीद रहे हैं. 

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