भारत में कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है. 21 मार्च 2025 को गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड ने कृषि में महिलाओं के लिए अपने दूसरे शिखर सम्मेलन का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में महिलाओं के सामने आने वाली संरचनात्मक बाधाओं को समाप्त करना और एक समावेशी भविष्य की दिशा में काम करना है.
भारत में 80% से अधिक आर्थिक रूप से सक्रिय महिलाएँ कृषि क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, लेकिन फिर भी 15% से भी कम महिलाएँ निर्णय लेने वाली उच्च पदों पर कार्यरत हैं. यह आंकड़ा दर्शाता है कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं को समान अवसर और नेतृत्व के पदों पर पहुंचने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, और इसे बदलने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है.
इस शिखर सम्मेलन की शुरुआत गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक, बलराम सिंह यादव के उद्घाटन संबोधन से होगी. वह इस कार्यक्रम में कंपनी की पाँच साल की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे, जिसके तहत गोदरेज एग्रोवेट ने कृषि में एक लाख महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करने का संकल्प लिया है. यह पहल समाज में महिलाओं की स्थिति सुधारने और उन्हें कृषि के उच्च पदों पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.
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इस शिखर सम्मेलन के दौरान, गोदरेज एग्रोवेट द्वारा कमीशन की गई रिपोर्ट "कृषि में महिलाओं के लिए संरचनात्मक बाधाएँ", जो कि प्रोफेसर विद्या वेमिरेड्डी, संकाय सदस्य- IIM अहमदाबाद द्वारा लिखी गई है, का विमोचन भी किया जाएगा. यह रिपोर्ट, गोदरेज DEI लैब और IIM अहमदाबाद के सहयोग से तैयार की गई है, जो कृषि में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों का विश्लेषण करती है.
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इस शिखर सम्मेलन में दो प्रमुख पैनल चर्चाएँ भी आयोजित की जाएंगी, जो कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं के उत्थान और नेतृत्व में महिलाओं के योगदान को लेकर महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित होंगी.
कृषि में महिलाओं के लिए बाधाओं को तोड़ना – इस पैनल चर्चा का संचालन गोदरेज एग्रोवेट की प्रमुख – एचआर मल्लिका मुटरेजा करेंगी. पैनलिस्टों में कीर्ति जांगड़ा, संस्थापक, एनिमल; आशा खरगा, मुख्य ग्राहक और ब्रांड अधिकारी, महिंद्रा समूह; और प्रोफेसर विद्या वेमिरेड्डी, संकाय सदस्य- IIM अहमदाबाद शामिल होंगे. यह चर्चा कृषि में महिलाओं के सामने आने वाली प्रमुख बाधाओं और उन्हें दूर करने के उपायों पर केंद्रित होगी.
बोर्डरूम टू ब्रेकथ्रूज़: लीडरशिप में महिलाएँ – इस पैनल चर्चा का संचालन गोदरेज डीईआई लैब के प्रमुख परमेश शाहनी करेंगे. पैनलिस्टों में नीतू काशीरामका, एमडी, वीआईपी इंडस्ट्रीज; रितु वर्मा, संस्थापक और प्रबंध भागीदार, अंकुर कैपिटल; और सौम्या राजन, एमडी, वाटरफील्ड एडवाइजर्स शामिल होंगे. इस चर्चा में महिलाएं कैसे नेतृत्व में सफलता प्राप्त करती हैं और व्यवसायों के बोर्डरूम में अपनी पहचान बनाती हैं, इस पर चर्चा की जाएगी.
इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य कृषि और उससे परे महिलाओं द्वारा तोड़ी जा रही बाधाओं को उजागर करना और उनकी प्रेरक कहानियों से प्रेरणा प्राप्त करना है. यह कार्यक्रम उन महिलाओं के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जो कृषि में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हैं और अपनी मेहनत और संघर्ष से समाज में बदलाव लाने की दिशा में कार्य कर रही हैं.
गोदरेज एग्रोवेट का यह कदम न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देगा, बल्कि कृषि क्षेत्र में समावेशी और समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. इस शिखर सम्मेलन में शामिल होकर, आप भी जान सकते हैं कि कैसे महिलाएँ कृषि में संरचनात्मक बाधाओं को पार कर रही हैं और नई ऊँचाइयों तक पहुंच रही हैं.
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