आजकल पीरियड्स की समस्या आम होती जा रही है, कई लड़कियां और महिलाएं अनियमित मासिक चक्र की शिकायत करती हैं. पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिसऑर्डर (पीसीओडी), एंडोमेट्रियोसिस आदि जैसी स्थितियां लगभग हर दूसरी महिला में पाई जाती हैं. महिलाओं में ये स्वास्थ्य समस्याएं मासिक धर्म चक्र के दौरान या उससे पहले सिरदर्द, उल्टी, माइग्रेन, मूड स्विंग, शरीर में दर्द या मासिक दर्द जैसी संबंधित समस्याओं के साथ होती हैं. यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि कई बार महिलाओं को दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है. जो ना सिर्फ मासिक चक्र को प्रभावित करता है बल्कि इसके साइड इफ़ेक्ट्स भी हैं.
जिस वजह से अक्सर महिलाएं और लड़कियां दवाई ना खाते हुए दर्द शहती हैं. लेकिन अब आप आसानी से वो भी बनी दवाई खाए पीरियड्स की इन समस्याओं से छुटकारा पा सकती हैं. ऐसे में आइये जानते हैं पीरियड्स के दौरान खाए जाने वाले इन 5 फूड के बारे में.
सुबह के समय किशमिश का सेवन करना बहुत फायदेमंद माना जाता है. जागने के बाद सबसे पहले इसका सेवन करना चाहिए. खाली पेट भीगी हुई किशमिश और केसर का सेवन करने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं. काली किशमिश और केसर का मिश्रण पीरियड्स के दर्द और ऐंठन में मदद कर सकता है.
एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, प्रत्येक भोजन के साथ एक चम्मच घी लिया जा सकता है. नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने में घी शामिल करने से मासिक धर्म (Periods) से संबंधित ऐंठन और उल्टी (nausea) को कम करने में मदद मिलेगी.
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फलीदार वन-पॉट खिचड़ी पीरियड्स के दिनों के लिए अच्छा माना जाता है, जैसे कि रागी से बना डोसा या रोटी. मूंग दाल बैटर का उपयोग अपनी पसंद की कोई भी डिश बनाने के लिए भी किया जा सकता है. पीरियड्स के दर्द से राहत पाने के लिए साबुत अनाज के अन्य विकल्प रागी या कुट्टू हो सकते हैं.
पीरियड्स का दर्द झेल रहे पीड़ित लोगों के लिए दही चावल दोपहर के भोजन का एक बेहतर विकल्प है. फलियों के साथ दही चावल को घर के बने तले हुए पापड़ के साथ मिलाकर एक स्वादिष्ट, जायकेदार भोजन बनाया जा सकता है, जिससे शरीर पर कोई साइड इफैक्ट नहीं होता है.
पीरियड के दिनों में मुट्ठी भर काजू या मूंगफली खाने की सलाह दी जाती है. वहीं इन दिनों नाश्ते में गुड़ के साथ खाने की सलाह भी दी जाती है. वहीं पीरियड के दौरान अधिक चीनी ना खाने कि सलाह दी जाती है.
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