किसानों को धान की नई किस्म मिल गई है, जो फसल के लिए खतरनाक कीट फायर ब्लाइट को पनपने नहीं देती है. धान बीज NP-8912 को नुजिवीडू सीड्स (Nuziveedu Seeds Limited NSL) ने लॉन्च किया है, जो एग्रीकल्चर सेक्टर में फसलों के बीजों और कीटों पर काम करती है. कंपनी का कहना है कि यह बीज कम समय और कम लागत में किसानों को ज्यादा उपज देने में कारगर है. इसकी बाली लंबी होती है और एक बाली में 360 तक दाने होते हैं, जो उपज को बढ़ा देते हैं. छत्तीसगढ़, तेलंगाना समेत नॉर्थ और साउथ के कई राज्यों के किसानों के लिए इस धान बीज को फायदेमंद बताया गया है.
एग्रीकल्चर इनोवेशन फर्म नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड अपनी नई धान बीज किस्म NP-8912 को लॉन्च कर दिया है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि धान बीज किस्म NP-8912 हाई क्वालिटी के साथ अधिक उत्पादन देने में सक्षम है. इस बीज को कम समय में असाधारण उपज देने के लिए तैयार किया गया है. किसानों को अपनी फसल की पैदावार और लाभ को अधिकतम करने के लिए NP-8912 अपनाने की अपील की गई है.
नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड के मुख्य रणनीति अधिकारी (CSO) शरद खुराना ने कहा कि नुजिवीडू सीड्स अपनी स्थापना का 50वां वर्ष मना रहा है. उन्होंने कहा कि NP-8912 को बनाने में कई साल की मेहनत लगी है. कई राज्यों में इसका सफल ट्रायल किया गया है. उन्होंने कहा कि यह बीज किस्म सभी फसल सीजन में बुवाई के लिए उपयुक्त है. किसान खरीफ के अलावा रबी और जायद सीजन में भी इसकी खेती कर सकते हैं.
शरद खुराना ने कहा कि NP-8912 बीज से बारीक दाना प्रीमियम क्वालिटी का होता है. इसके साथ ही इस बीज में अन्य धान किस्मों की तुलना में 5 से 10 फीसदी तक अधिक उत्पादन देने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि इसके पौधे में लंबी बाली आती है हर बाली में 350 से 360 दाने तक होते हैं. खास बात ये है कि इसमें खाली दाना नहीं होता है. उन्होंने कहा कि 113 दिनों से 118 दिनों में यह किस्म तैयार हो जाती है. इसलिए इसमें खाद और पानी की मात्रा कम लगती है. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह बीज बेहतर विकल्प है.
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