NSC: किसानों के लिए फायदे का सौदा है शलजम की खेती, कम दाम में यहां से खरीदें बीज

NSC: किसानों के लिए फायदे का सौदा है शलजम की खेती, कम दाम में यहां से खरीदें बीज

अगर आप भी शलजम की खेती करना चाहते हैं और उसके अलग-अलग किस्मों के बीज चाहिए तो राष्ट्रीय बीज निगम किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन हाइब्रिड किस्म का बीज बेच रहा है जिसे आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं.

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NSC: किसानों के लिए फायदे का सौदा है शलजम की खेती, कम दाम में यहां से खरीदें बीजशलजम की खेती

शलजम जिसे शलगम के नाम से भी जाना जाता है. शलजम एक जड़ वाली सब्जी है, जिसका लोग फल के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. इसे सब्जी और सलाद के रूप में खाया जाता है. इसकी की खेती जड़ों और पत्तों के लिए की जाती है. इसके पत्ते औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं लेकिन स्वाद में कड़वे होते हैं, इसलिए इन्हें उबालकर खाने की सलाह दी जाती है. अगर आप भी इस महीने शलजम की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म पर्पल टॉप वाईट ग्लोब (PTWG) का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से शलजम के बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.

यहां से खरीदें शलजम की बीज

शलजम की खेती या गार्डनिंग के लिए पर्पल टॉप वाईट ग्लोब वैरायटी सबसे अच्छी मानी जाती है. यह वैरायटी ऐसी है जो कम खर्च में ज्यादा फल देती है. इसे गमले, खेत या बगीचे में उगाना आसान भी है. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन शलजम के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर सकते हैं. साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं.

पर्पल टॉप वाईट ग्लोब की खासियत

शलजम की पर्पल टॉप वाईट ग्लोब किस्म आकार में सामान्य से बड़ी होती है, जिसका ऊपरी भाग बैंगनी और गूदा सफेद होता है. इसे तैयार होने में 60 से 65 दिन का समय लगता है. वहीं इसका उत्पादन 150 से 180 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होता है. अगर आप भी इन किस्मों की खेती करना चाहते हैं तो के पर्पल टॉप वाईट ग्लोब 100 ग्राम का पैकेट 37 रुपये में ऑनलाइन मिल जाएगा.

पर्पल टॉप वाईट ग्लोब की कीमत

अगर आप शलजम की खेती करना चाहते हैं तो पर्पल टॉप वाईट ग्लोब किस्म के 100 ग्राम के पैकेट का बीज फिलहाल 13 फीसदी छूट के साथ 55 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे. इसे खरीद कर आप आसानी से शलजम की खेती और गार्डनिंग दोनों कर सकते हैं. साथ ही इससे बेहतर मुनाफा भी कमा सकते हैं.

किसान ऐसे करें शलजम की खेती

मैदानी क्षेत्रों में, शलजम की बुवाई का सही समय अगस्त और सितंबर होता है. वहीं. पहाड़ी क्षेत्रों में, इसे अगस्त से अक्टूबर तक बोया जा सकता है. शलजम के लिए बलुई, दोमट या रेतीली मिट्टी उपयुक्त होती है. यह ठंडी जलवायु की फसल है, और 20-25 डिग्री सेल्सियस तापमान इसके लिए अच्छा होता है. वहीं, खेती के लिए आप खेत को तैयार करने के बाद बीजों को 2-3 सेंटीमीटर की गहराई में बुवाई कर दें. इसके लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30-45 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10-15 सेंटीमीटर होनी चाहिए.

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