चना रबी सीजन की एक प्रमुख दलहन फसल है, जिसे अक्टूबर से नवंबर के बीच बोया जाता है. यह फसल ठंडे और शुष्क दोनों ही मौसम के लिए अनुकूल है. चने की खेती के लिए दोमट या काली मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इसमें लागत कम और मुनाफा अधिक होता है. आपको बता दें कि चने की खेती किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ ही खेत की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद होती है. बहुत कम किसानों को पता है कि चने की खेती करके मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ा सकते हैं, आइए जानें कैसे?
कुछ बैक्टीरिया जैसे की Rhizobium मिट्टी की हवा में मौजूद नाइट्रोजन को चने की जड़ों के लिए उपलब्ध कराते हैं. इससे चने की पौधों की वृद्धि बढ़ती है और फसल अधिक स्वस्थ होती है. चने की फसल मिट्टी में नाइट्रोजन स्थिरीकरण करती है, जिससे खेत की उर्वरता बढ़ जाती है. इसकी जड़ें मिट्टी को भुरभुरी बनाती हैं, जिससे अगली फसल बेहतर होती है. आपको बता दें कि ये बैक्टीरिया मिट्टी में हानिकारक सूक्ष्मजीवों को रोककर फसल को रोगों से बचाते हैं, साथ ही समय के साथ ये बैक्टीरिया मिट्टी की जैविक गतिविधियों को बढ़ाते हैं, जिससे मिट्टी अधिक स्वस्थ और उपजाऊ बनती है. यही कारण है कि चने की खेती न केवल मिट्टी के लिए फायदेमंद है, बल्कि किसानों की कमाई और खेत दोनों को लाजवाब बना देती है.
चने की खेती करके अच्छी कमाई करने में क्षेत्रीय जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता और सही देखभाल मायने रखता है. अगर इन परिस्थिति के अनुकूल चने की खेती करते हैं तो चने की अच्छी पैदावार देखने को मिलेगी. आमतौर पर एक हेक्टेयर के खेत में 10–15 क्विंटल चने की पैदावार प्राप्त की जा सकती है.
ये भी पढ़ें: Mango orchard: ये तीन महीने आम के बाग करते हैं आराम, खाद-पानी दिया तो नहीं लगेंगे फल, जानिए पूरी डिटेल
वहीं कमाई की बात करें तो साल 2026-27 के लिए चने का MSP रेट 5875 रुपये प्रति क्विंटल है. इस हिसाब से एक हेक्टेयर खेत में कम से कम 60-65 हजार रुपये की कमाई होती है.
चने की खेती करने वाले किसानों को फसल की अच्छी देखभाल करना बहुत जरूरी है. आपको बता दें कि इसे बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है इसलिए जलभराव से बचना चाहिए. पानी देने के लिए 25-30 दिनों का गैप रखना जरूरी है. शुरुआती 30 दिन में एक बार निराई करते हैं तो खरपतवारों से सुरक्षा होगी और पौधे तेजी से बढ़ेंगे. आप चाहें तो बुवाई के 45-50 दिन बार 3 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से खाद दे सकते हैं. चने की फसल तैयार होने में 100-120 दिन का समय लगता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today