यूरिया की कमी को लेकर किसानों ने किया विरोध-प्रदर्शनराजस्थान के करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा आज सड़क पर फूट पड़ा. खाद के लिए लंबी लाइनों और कृत्रिम संकट से परेशान किसानों ने तहसील कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. किसानों ने कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर खाद वितरण व्यवस्था में तुरंत सुधार की मांग की है. राज्य में भले ही बीजेपी की सरकार है, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शन प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा नेता मनोज सिंह ने किया. उनके साथ सैकड़ों किसान उपखंड कार्यालय पहुंचे.
किसानों का आरोप है कि मंडरायल क्षेत्र में खाद-बीज की कुल दस दुकानों में से सिर्फ एक ही दुकान दिन के समय खोली जा रही है. बाकी नौ दुकानों को जानबूझकर बंद रखा जाता है और रात के वक्त खाद को बाहर भेजकर महंगे दामों पर बेचा जा रहा है. किसानों ने यह भी गंभीर आरोप लगाया कि इन बंद दुकानों से खाद को रातों-रात मध्य प्रदेश ले जाकर किसानों को ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है. इस वजह से स्थानीय किसानों को खुद अपने ही क्षेत्र में यूरिया के लिए संकट झेलना पड़ रहा है.
किसानों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सभी दुकानों को नियमित समय पर खोलने, रेट सूची चस्पा कराने और कालाबाजारी में शामिल दुकान मालिकों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होंगे. मंडरायल में किसानों के इस विरोध के बाद अब प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वह खाद वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करे और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए तत्काल कदम उठाए.
राज्य के अन्य कई इलाकों से भी यूरिया खाद की कमी के चलते किसानों की भीड़ जगह जगह उमड़ रही हैं, जिसकी तस्वीरें सामने आ रही हैं. कोटपूतली में खाद वितरण केंद्र पर आज सुबह जब वितरण केंद्र पर लगभग 900 कट्टे यूरिया पहुंचे, लेकिन खेतों में बुवाई शुरू होने के चलते करीब 1,500 किसान खाद लेने के लिए पहुंच गए.
संख्या बढ़ने पर केंद्र पर अव्यवस्था की आशंका पैदा हो गई. ऐसे में स्थिति को संभालने के लिए पनियाला थाना पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद रहे. पुलिस की निगरानी में किसानों को लाइन में लगवाया गया और तय क्रम में खाद बांटने की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान अधिकारियों ने भीड़ से शांत रहने और व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.
किसानों ने कहा कि रबी सीजन के बीच खाद की उपलब्धता लगातार कम होने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. कई किसानों ने बताया कि उनकी बुवाई रुकी हुई है और समय पर खाद नहीं मिलने का सीधा असर फसलों पर पड़ेगा. प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया कि जल्द ही और खेपें पहुंचेंगी और सभी को चरणबद्ध तरीके से खाद उपलब्ध करवाई जाएगी.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today