गर्मी के मौसम में हम ऐसा कुछ खाना या पीना चाहते हैं जो शरीर को ठंडक दे. इसके लिए केमिकल युक्त ड्रिंक्स से बेहतर है कि हम घर पर ही नींबू पानी या छाछ आदि बनाकर पिएं. इस चीजों में अगर कुछ जड़ी-बूटी यानी हर्ब्स डाल दी जाएं तो स्वाद और सेहत के लिए फायदा भी बढ़ जाता है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन हर्ब्स को आप घर में ही उगा सकते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं पुदीना, धनिया और तुलसी की.
आज हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे घर में ही इन पौधो को उगा सकते हैं और पूरे सीजन अच्छी सप्लाई ले सकते हैं.
घर में पुदीना उगाने के लिए, आप कटिंग या बीज का उपयोग कर सकते हैं. कटिंग के लिए, पुदीने के पौधे से 4-6 इंच लंबी टहनी लें, निचले पत्तों को हटा दें, और फिर इसे गमले की मिट्टी में 2 इंच की गहराई में लगाकर हल्का दबा दें. बीज से पुदीना लगा रहे हैं तो, मिट्टी की सतह पर बीजों को छिड़क दें और ऊपर से हल्की मिट्टी से ढक दें.
नियमित रूप से पानी दें और मिट्टी को नम रखें. पुदीने के पौधे को हल्की धूप और छाया दोनों पसंद होती हैं. पुदीने को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन मिट्टी को ज्यादा गीला न होने दें. जब पुदीना बड़ा हो जाए, तो आप इसकी पत्तियों को काट सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं.
गमले में धनिया बीज और कटिंग, दोनों तरीके से लगाया जा सकता है. कटिंग से लगाने के लिए जड़ वाला धनिया मार्केट से खरीद लें और उसे गमले में लगा दें. वहीं बीज से लगाने के लिए धनिया के बीज को हल्के से मसल दें ताकि वो दो भागों में टूट जाएं. बीजों को 6–8 घंटे या रातभर पानी में भिगो दें. अब बीजों को गमले में डाल दें. पानी निकास के लिए गमले में नीचे ड्रेनेज होल होना जरूरी है।
धनिया को दिन में 4–5 घंटे की धूप चाहिए. रोज हल्का पानी दें — मिट्टी गीली रहनी चाहिए पर पानी जमा न हो. हर 15 दिन में एक बार गोबर खाद या वर्मीकंपोस्ट डाल सकते हैं. बीज बोने के 25–30 दिन बाद आप पत्तियां तोड़ना शुरू कर सकते हैं.
गमले में तुलसी उगाने के लिए सबसे पहले मध्यम या बड़े आकार का गमला चुनें. फिर, गमले में 50% कोकोपीट और 50% वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद या गोबर) मिलाकर भरें. उसके बाद, तुलसी के बीज या कटिंग लगाएं और अच्छी तरह से पानी दें.
तुलसी के पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे पर्याप्त धूप और हवा मिले. नियमित रूप से पानी दें और मिट्टी को नम रखें. महीने में एक बार खाद दें, लेकिन ज़्यादा खाद देने से बचें. गर्मी के महीने में ठंडी खाद दे सकते हैं. तुलसी का पौधा एक बार लगाने के बाद कई सालों तक चलता है.
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