महुआ का फूल ग्रामीण इलाकों में लोगों की रोजी-रोटी का सहारा है. इससे किसान अच्छी कमाई करते हैं, वह भी कम मेहनत में. इसके फूल का उपयोग पशुपालन के साथ-साथ देसी शराब बनाने में होता है. किसान इसे पशु चारे के रूप में इस्तेमाल करते हैं और दुधारू पशुओं को खिलाकर दूध की मात्रा बढ़ाते हैं. अगर इसकी बड़े पैमाने पर पैदावार ली जाए तो इसे बेचकर बेहतर कमाई की जा सकती है. जैसे, इसे तेल कंपनियों को बेच सकते हैं यहां तक कि कपड़ा इंडस्ट्री में भी इसकी बहुत मांग है. जब महुआ फूल के इतने सारे फायदे हैं, तो क्यों न इसके फूल के बारे में जानें.
दरअसल, महुआ फूल पेड़ से 25-30 फुट की ऊंचाई से गिरता है जिससे उसका फूल जमीन से टकरा कर थोड़ा डैमेज हो जाता है. टकराने पर फूल का एक हिस्सा पिचक जाता है जो बाद में काला पड़ जाता है. इससे फूल की मांग प्रभावित होती है और उसके खराब होने की आशंका बढ़ जाती है. इससे किसानों की कमाई घटती है. इसलिए बहुत जरूरी है कि किसान महुआ फूलों को चुनने और उसे सुखा कर बेचने लायक बनाने का इंतजाम करें. अगर सही ढंग से फूल को सुखाया जाए तो उससे पैदावार नहीं गिरेगी और किसान की कमाई भी बढ़ेगी.
महुआ फूल का उत्पादन साल में 15-20 दिन ही होता है जबकि इसकी मांग सालों भर होती है. इसलिए जरूरी है कि फूलों को सालभर संभाल कर रखा जाए वर्ना इसके खराब होने की आशंका अधिक रहेगी. इसके फूल में 20 फीसद से अधिक पानी होता है जिससे उसके खराब होने की आशंका अधिक होती है. ऐसे में जरूरी है कि किसान फूल को सही ढंग से सुखाएं और तब उसे स्टोर करें.
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1-पारंपरिक विधि- इस विधि में महुआ फूल को घर के बाहर खुले में धूप में सुखाया जाता है जब धूप तेज होती है. इसमें किसान फूल को खुले धूप में 3-5 दिनों तक सुखा सकते हैं. फिर उसे आगे के लिए स्टोर कर सकते हैं. ध्यान देना चाहिए कि अगर सूखे हुए फूल बिक जाएं तो व्यापारियों को बेच दें और जो बच जाए उसे ही स्टोर करें. किसान से महुआ फूल खरीदने के बाद व्यापारी भी 2-3 दिन तक सुखाते हैं ताकि फूल की अतिरिक्त नमी निकल जाए और उससे उन्हें अधिक लाभ मिल सके. व्यापारी अधिक दाम की चाह में उन फूलों को अपने पास अधिक दिनों तक स्टोर करते हैं.
2-वैज्ञानिक तकनीक- इस विधि में महुआ फूल को मिट्टी के संपर्क में नहीं आने दिया जाता क्योंकि इससे नमी की मात्रा बढ़ने और संक्रमण होने का खतरा रहता है. इसमें फूल को मिट्टी या फर्श पर नहीं सुखाते बल्कि एक खास तरह की ट्रे या थाले में सुखाया जाता है. इससे ट्रे में हवा आने-जाने की जगह होती है जिससे फूल को सूखने में मदद मिलती है. इसमें ट्रे में महुआ फूल को फैला दिया जाता है और उस ट्रे को बाहर धूप में रखा जाता है. इससे फूल खराब भी होते और जल्दी सूख भी जाते हैं.
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इस तरह किसान इन दो विधियों से महुआ फूल को सुखाकर अच्छी पैदावार ले सकते हैं. इससे उनकी कमाई भी बढ़ेगी. किसान चाहे तो फूलों को सुखाकर बेच सकते हैं या आगे के लिए अपने पास सुरक्षित स्टोर कर सकते हैं.
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