पशुओं को पौष्टिक आहार के जरिए स्वस्थ बनाए रखने के लिए एग्रीकल्चर सेक्टर की दिग्गज कंपनी गोदरेज एग्रोवेट पशु आहार बनाती है. कंपनी ने सूअर पालकों को बड़ी राहत देते हुए प्राइड हॉग पशु आहार की बड़ी रेंज लॉन्च की है. यह पशु आहार सूअरों को बीमारियों से दूर रखेगा और उनकी इम्यूनिटी बढ़ाएगा. इससे स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारियों से सुअरों को बचाए रखने में भी मदद मिलेगी. इससे सुअर पालकों का इलाज और सुअरों की मौत से होने वाला नुकसान कम होगा.
कृषि सेक्टर की अग्रणी कंपनी गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड (गोदरेज एग्रोवेट) ने गोदरेज प्राइड हॉग फीड प्रोडक्ट रेंज को लॉन्च कर दिया है. यह वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया सूअर फीड है. इसकी मदद से सूअरों के जीवन चक्र के हर चरण में बेहतरीन पोषण देने में मदद मिलेगी. कंपनी के इस पशुआहार की श्रृंखला में स्टार्टर, ग्रोअर और फिनिशर वैरिएंट शामिल हैं, जो सूओरों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने और उनके विकास के लिए संतुलित पोषण पक्का करते हैं.
अफ्रीकी स्वाइन फीवर (एएसएफ) के खिलाफ रोकथाम उपायों और सूअर फार्म प्रबंधन की सर्वोत्तम प्रथाओं पर विचार के लिए गुवाहाटी में गोलमेज चर्चा का आयोजन किया गया. इसमें इंडस्ट्री के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और असम लाइवस्टॉक एंड पोल्ट्री कॉर्पोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक डॉ. पूर्णानंद कोंवर भी शामिल हुए. विशेषज्ञों ने कहा कि सूअर पालकों को बीमारियों के प्रकोप से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में सूअरों की उम्र के हिसाब से पशुआहार की उपलब्धता उनके विकास में सुधार करेगी, जिससे पशुपालकों की कमाई बढ़ेगी.
गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक बलराम सिंह यादव ने कहा कि देश में लगभग 90 लाख सूअर हैं, जिनमें से आधे पूर्वोत्तर में हैं. सूअर पालन छोटे और सीमांत किसानों के लिए आजीविका का महत्वपूर्ण स्रोत है. किसान परिवारों के उत्थान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्राइड हॉग हाई क्वालिटी वाला, रिसर्च बेस्ड पशुआहार है. यह सूअरों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, उनकी इम्यूनिटी बढ़ाता है और विकास क्षमता को उच्चतम स्तर पर ले जाता है. हमें विश्वास है कि यह किसानों की कमाई और उत्पादन को बेहतर बनाने में योगदान देगा.
असम लाइवस्टॉक एंड पोल्ट्री निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक डॉ. पूर्णानंद कोंवर ने कहा कि पूर्वोत्तर अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के प्रकोप के प्रति संवेदनशील है. इसलिए रोकथाम उपायों और आधुनिक सूअर पालन पद्धतियों की तत्काल जरूरत है. राष्ट्रीय पशुधन मिशन जैसी पहल किसानों और व्यवसायों को इस क्षेत्र में मदद कर रही हैं. उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम वैक्सीन, बायोसिक्योरिटी प्रोटोकॉल, सूअर गतिविधि नियंत्रण, क्वारंटाइन और स्वच्छता जैसे उपायों पर निर्भर करता है. इसके अलावा रोग के प्रभाव को कम करने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हाई क्वालिटी वाला चारा उपलब्ध कराना अहम है.
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